एक इनामी सहित तीन नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में किया आत्मसमर्पण 

 


सुकमा, 30 नवंबर (हि.स.)। जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति एवं नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर तथा अति-संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते दबाव के फलस्वरूप नक्सली संगठन में आज एक इनामी सहित तीन नक्सलियों ने आज शनिवार काे पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आत्मसमर्पण किया है।

आत्मसमर्पित नक्सलियों में माड़वी भीमा पिता स्व. मंगडू (पूवर्ती आरपीसी सीएनएम अध्यक्ष, इनामी एक लाख रुपये ) निवासी मिसीगुड़ा थाना पूवर्ती थाना जगरगुण्डा ,मुचाकी कोसा पिता मुचाकी आयता (कोराजगुड़ा आरपीसी मिलिशिया सदस्य) निवासी दंतेशपुरम थाना भेज्जी तथा मड़कम देवा पिता स्व. मड़कम माड़ा (गोगुण्डा आरपीसी मिलिशिया सदस्य) निवासी गोगुण्डा उस्कोनपारा थाना केरलापाल हाल कामाराम थाना ताड़वाई जिला मुलगू तेलंगाना शामिल हैं । पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आत्मसमर्पण के दौरान भास्कर भट्टाचार्य, डिप्टी कमाण्डेन्ट 02 री वाहिनी सीआरपीएफ, भानुप्रताप चन्द्राकर, उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स, एवं व्ही. क्लारेंस, सहायक कमाण्डेन्ट 217 वाहिनी सीआरपीएफ/आरएफटी कोंटा उपस्थित रहे।

इनामी नक्सली माड़वी भीमा पिता मंगडू को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में डीआईजी ऑफिस कोंटा आरएफटी टीम, नक्सली मुचाकी कोसा पिता आयता को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में डीआरजी सुकमा एवं नक्सली मड़कम देवा पिता माड़ा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 2 री वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा कार्मिकों का याेगदान रहा। उपरोक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सली प्रतिबंधित नक्सल संगठन में जुड़कर विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गस्त पार्टी की रेकी कर हमला करना, पुलिस पार्टी के आने-जाने वाले मार्गों पर स्पाईक/बम लगाना, मुख्य मार्गों को खोदकर मार्ग अवरूद्ध करना, शासन-प्रशासन के विरूद्ध बेनर, नक्सली पर्चा-पाम्पलेट लगाने एवं अन्य वारदाताें में शामिल रहे है। सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत् सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदान की जाएगी ।

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हिन्दुस्थान समाचार / मोहन ठाकुर