कोरबा : जब यह कॉलेज खुला, मैं 8 साल का था, नाव से नदी पारकर देखने आते थे : लखन देवांगन

 






कोरबा, 15 जनवरी (हि. स.)। अभी मेरी उम्र 60 वर्ष है पर जब कमला नेहरु महाविद्यालय खुला था, तब मैं आठ साल का था। हम चारपारा में रहते थे और नदी पर पुल भी नहीं बना था। गर्मी का मौसम आने पर उस पार के लोगों के लिए कोरबा शहर आने-जाने रपटा बनता था। तब के दौर में ऐतिहासिक रानी महल और जिले के पहले कॉलेज को सिर्फ देखने की ललक में हम लोग नाव से नदी पारकर आते थे। भले ही संख्या कम हो गई, हो पर क्षेत्र के ग्रामीण व शहरी बच्चों की उच्च शिक्षा की राह प्रशस्त करने में कमला नेहरु कॉलेज दशकों से महत्वपूर्ण योगदान अर्पित कर रहा है। समाज को उच्च शिक्षित युवाओं की भेंट दे रही इस संस्था को बेहतर पायदान पर ले जाने में उचित योगदान अर्पित कर सकूं, इस दिशा में शत-प्रतिशत प्रयास करुंगा।

यह बातें सोमवार को आयोजित कमला नेहरु महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव समारोह में मुख्य अतिथि की आसंदी से प्रदेश के वाणिज्य, उद्योग व श्रममंत्री लखनलाल देवांगन ने कहीं। सुबह साढ़े 11 बजे कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर हुआ। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना और छत्तीसगढ़ के राजकीय अरपा-पैरी के धार की सुमधुर प्रस्तुति दी। कमला नेहरु महाविद्यालय समिति के अध्यक्ष किशोर शर्मा ने मुख्य अतिथि देवांगन का पुष्पगुच्छ और तुलसी का पौधा भेंटकर स्वागत-अभिनंदन किया। समिति के उपाध्यक्ष डॉ. आरसी पांडेय, सचिव सुरेंद्र लाम्बा, सहसचिव उमेश लाम्बा व प्राचार्य डॉ. प्रशांत बोपापुरकर ने भी गुलदस्ता भेंटकर मुख्य अतिथि का आत्मीय स्वागत किया।

इस अवसर पर महाविद्यालय समिति के सदस्य व बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष मनीष शर्मा, नानजीभाई पटेल, लोकेश्वर सिंह तोमर, जसराज जैन, घनश्याम बोंदिया, डॉ. जेपी चंद्रा, अरविंद साहू, रमेश जायसवाल उपस्थित रहे। कॉलेज परिवार की ओर से भूगोल विभागाध्यक्ष अजय मिश्रा, छात्रसंघ प्रभारी गोविंद माधव उपाध्याय, ज्योतिभूषण विधि कॉलेज की प्राचार्य डॉ. किरण चौहान, बीएड संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ. अब्दुल सत्तार, ओपी साहू, सीमा सोनी, कार्यालय विभाग से अशोक सोनी, एनसीसी कैडेट हरप्रीत सिंह, श्रुति पटेल व स्वयंसेवक मनीष चंद्रा ने अतिथियों का स्वागत किया। प्राचार्य डॉ. प्रशांत बोपापुरकर ने कॉलेज का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए 52 वर्षों के इतिहास और उपलब्धियों की रूपरेखा कैबिनेट मंत्री देवांगन के समक्ष रखी।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाविद्यालय समिति के अध्यक्ष किशोर शर्मा ने कहा कि वर्ष 1971 से प्रारंभ होकर कमला नेहरु कॉलेज ने समाज के लिए उच्च शिक्षा के क्षेत्र में जो योगदान दिया है, वह अपने आप में ऐतिहासिक है। उन्होंने 52 वर्षों का इतिहास समेटे इस ऐतिहासिक प्रांगण में आतिथ्य स्वीकार करने पर देवांगन का आभार जताया। प्राध्यापकों की ओर से उन्होंने मौजूदा परिस्थितियों से उबरने-संभलने महाविद्यालय को शासकीयकरण किए जाने की मांग कैबिनेट मंत्री के समक्ष रखी। कॉलेज के शासकीयकरण के लिए उन्होंने पूरा प्रयास करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम के अंत में अध्यक्ष शर्मा समेत समिति के समस्त सदस्यों ने मंत्री देवांगन का शॉल-श्रीफल से सम्मान किया व मान पत्र भेंट किया।

मंच पर आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुति से झूमें विद्यार्थी

तत्पश्चात मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का क्रम शुरु हुआ। छात्र-छात्राओं ने गीत-संगीत की धुन के साथ आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किए। देशभक्ति और फिल्मी गीतों के अलावा विभिन्न प्रांतों की लोकसंस्कृति की झलक पेश करते हुए लोकनृत्य प्रस्तुत किए गए, जिसे देखकर कार्यक्रम में मौजूद दर्शक और छात्र-छात्राएं झूमने लगे। महाविद्यालय परिवार के अलावा आस-पास के नागरिक भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे और कार्यक्रम का आनंद उठाया।

हिन्दुस्थान समाचार/ हरिश तिवारी