कमजोर परीक्षा परिणाम पर शिक्षकों को अंदरूनी इलाकों में दी जाएगी पोस्टिंग
जगदलपुर, 11 जनवरी(हि.स.)। बस्तर जिले के कलेक्टर विजय दयाराम ने कहा है कि बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम के लिए छात्रों के साथ शिक्षकों को मेहनत करने की आवश्यकता है। शिक्षा के स्तर में सुधार हेतु और बच्चों के परिणाम बेहतर हो इसके लिए एक्सट्रा क्लास लेकर पढ़ाई करवाएं। उन्होंने स्कूलों के कक्षा दसवीं व बारहवीं के तीन वर्षो के परीक्षा परिणामों के आधार पर समीक्षा कर परीक्षा परिणामों में सुधार करवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने इस संबंध में संबंधित स्कूलों के प्राचार्य से परिणामों में कमियों का संज्ञान लिया और परीक्षा परिणाम पूर्व वर्ष के परिणामों से बेहतर करने के निर्देश दिए। साथ ही चेतावनी भी दी कि परीक्षा परिणाम के आधार पर अच्छे शिक्षकों को मुख्य मार्ग में पदस्थ किया जाएगा और कमजोर शिक्षकों को अंदरूनी इलाकों में पोस्टिंग दी जाएगी।
कलेक्टर ने जिले में स्कूलों से ड्रॉप आउट बच्चों से शाला त्यागने की वजह को जानकर उनकी समस्याओं की समाधान करवाने पहल की जाए। उन्होंने स्कूल के प्राचार्य और साक्षर भारत के अधिकारियों को विशेष प्रयास करने हेतु निर्देशित किया। कलेक्टर श्री विजय गुरूवार को जिला कार्यालय के प्रेरणा सभाकक्ष में शिक्षा विभाग के तोकापाल, दरभा, बस्तानार, लोहण्डीगुड़ा के बीईओ, स्कूलों के प्राचार्यों की बैठक ली। उन्होंने मीडिल स्कूल में दर्ज बच्चे हायर स्कूल में उनकी संख्या में कमी का वजह का संज्ञान लिया। कलेक्टर ने कहा कि बच्चे स्कूल क्यों नहीं आ रहे इसकी जानकारी स्कूल के प्राचार्य को होनी चाहिए। उन्होंने तोकापाल, बास्तानार, दरभा के स्कूली बच्चों में कमी लोहण्डीगुड़ा में अधिक दर्ज संख्या का डाटा का अवलोकन तीनों विकासखंड में सुधार करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने स्कूलों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए युक्तियुक्तकरण के तहत रिक्त स्थानों में शिक्षकों की पूर्ति करने के निर्देश दिये। मुख्यालय में अटैच शिक्षकों को रिक्त स्थानों वाले स्कूलों में भेजने कहा। उन्होंने स्वामी आत्मानंद स्कूल के भी परीक्षा परिणाम में बच्चों का उत्कृष्ट प्रदर्शन करवाने के निर्देश दिए। परीक्षा परिणाम की समीक्षा के दौरान बीईओ को स्पष्टीकरण देने के भी निर्देश कलेक्टर ने दिए। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे