जल का संचय आज की महती आवश्यकता है

 


धमतरी, 23 अगस्त (हि.स.)। जल शक्ति अभियान 2024 कैच द रेन नारी शक्ति से जल शक्ति अंतर्गत जल जगार जागरुकता अभियान के अंतर्गत जल शक्ति केंद्र विकासखंड नगरी में शाुक्रवार काे एक दिवसीय जागरुकता अभियान कायक्रम आयाेजित किया गया। आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उर्मिला नागेश, उप अभियंता जल संसाधन विभाग ने कहा कि मानव अपने स्वास्थ्य, सुविधा, दिखावा व विलासिता को दिखाने के लिये अमूल्य जल की बर्बादी करने से नहीं चूकता है।

शासकीय हाई स्कूल बाजार कुरीडीह में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पानी का इस्तेमाल करते हुए हम पानी की बचत के बारे में जरा भी नहीं सोचते हैं। परिणामस्वरूप अधिकांश जगहों पर जल संकट की स्थिति पैदा हो चुकी है। यदि हम अपनी आदतों में थोड़ा-सा भी बदलाव कर लें तो पानी की बर्बादी को रोका जा सकता है। उर्मिला नागेश के साथ गोविन्द साहू, ललित साहू, कामेश्वर साहू, टिकेश्वर ध्रुव द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से जल स्रोत,जल चक्र, वर्षा जल संचयन ,संग्रहण व संरक्षण के विभिन्न उपायों के बारे में विद्यार्थियों को विस्तार से बताया गया। साथ ही महिलाएं किस प्रकार से घरेलू व बाहय स्तर पर पानी की बचत कर सकती हैं इसकी जानकारी दी गई।

वरिष्ठ व्याख्याता डाॅ. आशीष नायक ने बताया कि जल संरक्षण का अर्थ पानी बर्बादी तथा प्रदूषण को रोकने से है। जल संरक्षण एक अनिवार्य आवश्यकता है क्योंकि वर्षा जल हर समय उपलब्ध नहीं रहता। पृथ्वी पर जल तीन स्वरूपों में उपलब्ध होता है: पहला तरल जल - समुद्र, नदियां, झरने, तालाब, कुएं आदि। दूसरा ठोस जल (बर्फ) - पहाड़ों तथा ध्रुवों पर जमी बर्फ तथा तीसरा वाष्प (भाप) - बादलों में भाप। जल संरक्षण से जीवनदायी अमृत सुरक्षित रह सकेगा। बच्चों ने यह सभी जानकारी वहां प्रदर्शनी के रूप में रखे चलित एवं स्थाई माडल के माध्यम से भी प्राप्त की। छात्र छात्राएं नई जानकारी प्राप्त कर अत्यंत प्रसन्न व उत्साहित हुए। जल संरक्षण के बारे में छोटी-छोटी जानकारियां उन्हें प्राप्त हुई । बच्चों ने प्रश्न पूछ कर अपनी जिज्ञासा भी शांत की । इस जागरूकता अभियान कार्यक्रम में संस्था प्रमुख अभयराम ध्रुव, कमलेश निषाद, शिवकुमारी नेताम, भावना रामटेके एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे ।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा / चन्द्र नारायण शुक्ल