विश्वकर्मा पूजा के दिन पहली बार आकाश नगर में प्रवेश पर प्रतिबंध

 


दंतेवाड़ा, 11 सितंबर (हि.स.)। जिले में बैलाडीला की पहाड़ियों पर स्थित आकाश नगर में इस साल 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा के दिन पहली बार पर्यटक नहीं जा सकेंगे। लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन के कारण प्रशासन ने एहतियात तौर पर यह फैसला लिया है। प्रति वर्ष आकाश नगर के दरवाजे पर्यटकों के लिए सिर्फ एक दिन ही खुलते थे। विदित हाे कि किरंदुल-बचेली में लगातार बारिश हो रही है। इससे पहले भी भारी बारिश की वजह से माइंस से लाखों लीटर पानी नीचे शहर में उतरा था। माइंस का एक अस्थाई डैम भी टूटा हुआ है। साथ ही पहाड़ों पर जगह-जगह लैंड स्लाइड भी हो रही है। ऐसे में एहतियात के तौर पर कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने आदेश जारी करते हुए 17 सितंबर को आम नागरिकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।

उल्लेखनीनीय है कि एनएमडीसी प्लांट में खनन और बड़ी-बड़ी डंपर वाहनों के चलने की वजह से साल भर आम नागरिकों का प्रवेश प्रतिबंधित रहता है। सिर्फ 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा के दिन ही पर्यटन को ध्यान में रखते हुए आम नागरिकों को आने की अनुमति दी जाती है। यह पहली बार होगा, जब बैलाडीला की पहाड़ियों की खूबसूरत वादियों की सैर पर्यटक नहीं कर पाएंगे। उस दिन सिर्फ एनएमडीसी के कर्मचारी और वाहनों को ही आने-जाने की इजाजत है। बारिश के समय बैलाडीला की पहाड़ियों पर आकाश नगर में बादलों का डेरा रहता है। पर्यटन के लिहाज से यह इलाका बेहद खूबसूरत है। यहां स्थित आकाश नगर को बस्तर का स्वर्ग भी कहा जाता है। घुमावदार घाटियां और खूबसूरत वादियां लोगों का मन मोहती है, इसीलिए 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा के एक ही दिन में हजारों पर्यटक यहां पहुंचते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे