नारायणपुर : अबूझमाड़ में एक वर्ष से धरने पर बैठे ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार
नारायणपुर, 25 अक्टूबर (हि.स.)। जिले के अबूझमाड़ अंर्तगत ग्राम ब्रेहबेड़ा, कच्चापाल, मडोनार, ओरछा और तोयामेटा में बीते एक वर्ष से लगातार धरने पर बैठे हुए हैं। धरनारत ग्रामीणों ने पूर्णत: चुनाव का बहिष्कार करते हुए कहा कि अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं, सरकार इनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए पूर्ण रूप से मतदान नहीं करने की घोषणा कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब उनकी मांगों को लेकर सरकार गंभीर नहीं है तो वे सरकार क्यों चुने?
प्राप्त जानकारी के अनुसार नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में पांच जगह ब्रेहबेड़ा, कच्चापाल, मडोनार, ओरछा और तोयामेटा गांव में बड़ी संख्या में ग्रामीण अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। ग्रामीणों की प्रमुख मांग, ग्राम पंचायत के प्रस्ताव के बिना सरकार की किसी भी प्रकार की दखल उनके ग्रामीण इलाको में ना हो, थाना और पुलिस कैंप ग्रामीण इलाकों में ना खुले, नए वन संरक्षण अधिनियम को रद्द करने और पेसा एक्ट जो ग्रामीणों के लिए बनाया गया है, उसे सुचारू रूप से लागू करने और पालन करने जैसी ग्रामीणों की मांग है। ग्रामीण इन मांगों को लेकर समय-समय पर जिला मुख्यालय में पहुंचकर ज्ञापन के माध्यम से रखते हैं, लेकिन एक वर्ष बाद भी उनकी मांगो को कोई भी सुनना नहीं चाहता है। वैसे ग्रामीणों के इस धरने और उनकी मांगों को नक्सलियों द्वारा प्रायोजित माना जाता है, इसीलिए शासन-प्रशासन भी इसे तवज्जो देना उचित नहीं समझता है।
हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे