विकसित भारत संकल्प यात्रा के शिविरों में योजनाओं का लाभ लेने पहुंचे बड़ी संख्या में हितग्राही

 


रायपुर, 6 जनवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में आरंभ की गई जनकल्याणकारी योजनाओं का जनता को लाभ दिलाने आरंभ की गई विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविर में लोगों का हुजूम उमड़ रहा है। शिविर के माध्यम से उन लोगों को सीधे योजनाओं का लाभ देने के लिए जोड़ा जा रहा है जो अब तक इनका लाभ नहीं ले पाये हैं। सभी शिविरों में बड़ी संख्या में हितग्राही पहुंच रहे हैं। इन शिविरों की अच्छी बात यह है कि इनमें से सभी शिविरों में मोदी सरकार की योजनाओं का लाभ लेने वाले हितग्राही मेरी कहानी, मेरी जुबानी के माध्यम से बता रहे हैं। लोगों को इनका उचित लाभ मिले, इसके लिए राज्य से मंत्रीगण, विधायकगण और केंद्र के अधिकारीगण भी दौरा कर रहे हैं।

शिविरों में सबसे ज्यादा उज्ज्वला योजना और आयुष्मान के बारे में लोग पंजीयन करा रहे हैं। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना और प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ लेने भी हितग्राही सामने आ रहे हैं। शिविरों में लोग बता रहे हैं कि पूंजी की सुलभता और कौशल प्रशिक्षण से उनके लिए उद्यम करना आसान हो गया है। सबसे अच्छी बात यह है कि हमें इसके लिए सरकारी कार्यालयों में जाना नहीं पड़ रहा।

बीसी सखी से आर्थिक स्थिति मजबूत- कोरिया जिले में बैंकिंग कॉरेस्पांडेंट (बीसी) सखी से जुड़ी श्रीमती कांति प्रजापति का उदाहरण लें। श्रीमती कांति ने बताया कि उन्हें अब 15 से 20 हजार तक पारिश्रमिक मिलने से घर की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है। बता दें बीसी सखी का मुख्य कार्य ग्रामीणों तक बैंकिंग सेवाओं को पहुंचाना है, इससे हर तरह के आर्थिक लेनदेन, बैंक खातों में जमा व निकासी, नए खाते खोलने की सुविधा पहुंचाना है। सहायता समूह की महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें बहुत आगे बढ़ने तथा ज्यादा से ज्यादा बचत के महत्व तथा बैंक खोलवाने के बारे जानकारी देने कहा गया।

धुआं से छुटकारा और आंखों से आंसू दूर- मेरी कहानी, मेरी जुबानी के तहत जानकारी देते हुए बिलासपुर में श्रीमती रजनी ने बताया कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत गैस सिलेण्डर मिलने पर उन्हें धुआं से छुटकारा मिलेगी और आंखे सुरक्षित रहेंगी। श्रीमती रजनी ने बताया कि आंखों में इतना धुआँ आता था कि आंखें जलने लगती थीं।

कच्चा मकान से मिला छुटकारा, आयुष्मान कार्ड बनी संजीवनी- ग्राम आनी की श्रीमती रमनिया सिंह ने प्रधानमंत्री आवास (ग्रामीण) प्राप्त होने पर प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया, उन्होंने बताया कि कच्चा मकान से छुटकारा मिला अब पक्का मकान मिलने से पानी टपकने की तकलीफ भी दूर हुआ। हमारे पड़ोस में भी बहुत से कच्चे मकान अब पक्के हो गये हैं। पूरे गांव की सूरत बदल गई है पहले कच्चे मकान ही दिखते थे अब गिनती के कच्चे मकान दिखते हैं।

आयुष्मान वरदान साबित हुआ- आयुष्मान कार्ड के माध्यम से पथरी बीमारी के इलाज होने पर मोदी सरकार को धन्यवाद देते हुए श्रीमती बेला बाई ने बताया कि गरीब परिवार के लिए यह आयुष्मान कार्ड संजीवनी की तरह है। घर में इलाज के लिए पैसे नहीं था, ऐसे में आयुष्मान कार्ड से पूरा इलाज हुआ। उन्होंने बताया कि आयुष्मान होने की वजह से किसानों के खेत बच रहे हैं नहीं तो इलाज में सारा पैसा खर्च हो जाता था।

हिन्दुस्थान समाचार/गायत्री प्रसाद