(अपडेट) मुखबिरी के आरोप में नक्सलियों ने एक ग्रामीण का अपहरण के बाद की हत्या
नारायणपुर, 1 जुलाई (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिला नारायणपुर के ओरछा थाना क्षेत्र अंतर्गत ओरछा मार्ग पर रविवार की देर रात ग्राम बटुम के पास नक्सलियों ने एक ग्रामीण युवक सन्नु उसेंडी निवासी ग्राम नेलंगुर की निर्मम हत्या कर शव को बीच सड़क में फेंक दिया है। मृतक सन्नु उसेंडी राज्य पुलिस की इकाई बस्तर फाइटर्स के एक सिपाही का भाई था। नक्सलियों ने 30 वर्षीय सन्नु उसेंडी पर 15 जून को फरसबेडा कोड़तामढ़ता में हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मुखबिरी करने का आरोप लगाया था। हत्या के बाद नक्सलियों ने घटना स्थल पर पर्चे भी डाले, जिसमें सन्नु पर मुखबिरी का आरोप लगाया गया है। हत्या की वारदात से पूरे इलाके में दहशत व्याप्त है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सन्नू उसेंडी नारायणपुर शहर में रह रहा था और उसकी एक चाय की दुकान थी। शुक्रवार 28 जून को नारायणपुर जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर कोहकामेटा के नजदीक कुतुल गांव के एक स्थानीय बाजार से नक्सलियों ने सन्नू उसेंडी का अपहरण कर लिया था। सन्नू उसेंडी का भाई बस्तर फाईटर में होने के कारण नक्सलियों को संदेह था कि वह पुलिस का मुखबिर है, जिसके चलते उन्होंने उसकी हत्या कर दी और बाद में सोमवार अल सुबह शव को कुतुल से लगभग 20 किलोमीटर दूर ओरछा मार्ग में फेंक दिया। पुलिस मौके पर पंहुचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हमलावरों का पता लगाने के लिए इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे