मंत्रियों की ट्रेनिंग आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन : कांग्रेस
कांग्रेस ने किया चुनाव आयोग से शिकायत
रायपुर, 31 मई (हि.स.)। पिछले पांच महीने में जिस प्रकार से भाजपा की सरकार दिशाहीन ढंग से चल रही थी। उसके कारण साय सरकार के मंत्रियों को सुशासन का प्रशिक्षण देना आवश्यक था। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्री दिशाहीन और मतिभ्रम का शिकार हैं, उन्हे कुछ समझ ही नहीं आ रहा है जनता के हितों में कैसे फैसला लिया जाये। निश्चित तौर पर उन सबका अच्छे प्रोफेशनल से ट्रेनिंग की जरूरत है। लेकिन लगता नहीं कि भाजपाई मंत्रियों को इस ट्रेनिंग से कोई फर्क पड़ने वाला है, पिछले पांच महीने में भाजपा ने जिस प्रकार से भ्रष्टाचार केन्द्रित सरकार चलाया है, वह छत्तीसगढ़ की जनता को निराश करने वाला है।
चुनाव आयोग से शिकायत
राज्य सरकार द्वारा शासन के मंत्रियो का प्रशिक्षण शिविर आईआईएम रायपुर में आयोजित किया गया है। जिसका नाम भाजपा सरकार ने चिंतन शिविर रखा है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ में एवं पूरे देश में लोकसभा चुनाव के लिये आदर्श आचार संहिता लगी है। ऐसे में कोई भी सरकार आयोजन केन्द्र सरकार के संस्थान में तथा राज्य सरकार के मंत्रियों के लिये आयोजित किया जाना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। भले ही राज्य में मतदान संपन्न हो चुका है, लेकिन अभी आदर्श आचार संहिता लागू है। इस आयोजन में राज्य शासन के मुख्यमंत्री, मंत्रीगण सभी शामिल हो रहे है।
देश के कुछ हिस्से में कल लोकसभा के अंतिम चरण का मतदान है। ऐसे में इस आयोजन पर रोक लगाया जाना तथा इस आयोजन की खबरों को रोकना आवश्यक है। जिम्मेदार व्यक्तियों का इस प्रकार चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन आपत्तिजनक है। इस आयोजन पर रोक लगाकर कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह है।
हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल