पुलिस स्मृति दिवस: बलिदान वीर जवानों को किया याद, बलिदानियाें के परिजनों को किया सम्मान

 

कोरिया, 21 अक्टूबर (हि.स.)। पूरे देश के साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य के कोरिया जिले में भी आज साेमवार काे पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने पुलिस के अमर बलिदानियाें को बैकुंठपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में श्रद्धांजलि अर्पित की गई और इन बलिदान वीर जवानों को याद किया गया।

पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर बैकुंठपुर के विधायक भईया लाल राजवाड़े, जिला पंचायत के अध्यक्ष रेणुका सिंह, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश विनय प्रधान, कलेक्टर चन्दन त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी सहित वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों, कोरिया एवं एमसीबी जिले के वरिष्ठ अधिकारियों, पत्रकारों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित कर उन जवानों की शौर्यता को याद किया गया, जिन्होंने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुती दे दी। कार्यक्रम में शहीद के परिजनों का सम्मान भी किया गया।

उल्लेखनीय है कि 27 अप्रैल 2013 को संतोष एक्का, थाना- तकोड़ी, जिला- कांकेर, 11 मई 2011 को हसनैन अंसारी, ग्राम भेजी, जिला दन्तेवाड़ा सीआरपीएफ दूसरी वाहिनी, 15 मार्च 2007 को बृजभूषण लाल श्रीवास्तव नौवीं वाहिनी रानी बोदली, जिला- दन्तेवाड़ा, हरकेश प्रसाद 1 फरवरी 2016 को 122वी वाहिनी सीमा सुरक्षा बल, पखांजूर ने अपने कर्तव्य का निर्वहन करते व नक्सलियों से बहादुरी से सामना करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। इसी तरह 19 अगस्त 2011 को राजेश कुमार पटेल, दूसरी वाहिनी छ.ग. सशस्त्र बल ने अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए भद्रकाली, जिला बीजापुर में अपने प्राण न्यौछावर कर दिए, इन्हें मरणोपरान्त राष्ट्रपति वीरता पदक प्राप्त हुआ है।

कोरिया पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार ने इस अवसर पर कहा कि पुलिस स्मृति दिवस हर वर्ष मनाया जाता है, इस दिन पुलिस कर्मियों के बलिदान को याद किया जाता है। गौरतलब है कि आज से 64 वर्ष पहले अक्टूबर 1959 लद्दाख के दुर्गम क्षेत्र में भारतीय पुलिस की एक छोटी टुकड़ी के जवानों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्याेछावर कर दिए थे, तभी से प्रति वर्ष 21 अक्टूबर को देश के कोने-कोने में दिवंगत शूरवीरों की स्मृति में यह पुलिस परेड का आयोजन किया जाता है। उन्होंने बताया कि देश की आजादी के बाद से अब तक राष्ट्र की अखण्डता और देशवासियों की सुरक्षा में अनेक पुलिस कर्मियों ने अपना बलिदान दिया है। उन्होंने बताया कि पिछले एक वर्ष के दौरान 216 पुलिस के अधिकारी, कर्मचारियों ने अपने प्राण न्यौछावर किए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / चन्द्र नारायण शुक्ल