कोरबा: निगम द्वारा नियमित की जा रही जल शुद्धता की जांच ताकि लोगों को मिले शुद्ध पेयजल

 


















ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए पेयजल आपूर्ति व्यवस्था पर विशेष फोकस रखने के आयुक्त ने दिए निर्देश

कोरबा, 04 अप्रैल (हि.स.)। नगर पालिक निगम कोरबा द्वारा आपूर्ति किए जाने वाले पेयजल की शुद्धता की जांच विभिन्न प्वांइटों पर नियमित रूप से की जा रही है, ताकि लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके, वहीं आयुक्त प्रतिष्ठा ममगाई ने ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति व पेयजल की शुद्धता पर विशेष फोकस रखने के निर्देश पेयजल विभाग के अधिकारियों को दिए हैं।

नगर पालिक निगम केरबा द्वारा निगम क्षेत्र के वार्डों में जलउपचार संयंत्र के माध्यम से आपूर्ति किए जाने वाले शोधित पेयजल की शुद्धता की जांच विभिन्न प्वांइटों एवं अंतिम छोर तक की जा रही है, पेयजल शुद्धीकरण कार्य हेतु आवश्यक रासायनिक सामग्रियों का उपयोग कर पेयजल की शुद्धता सुनिश्चित कराई जा रही है, वहीं जल उपचार संयंत्र में उपलब्ध जल परीक्षण उपकरणों से नियमित रूप से रा-वाटर एवं क्लीयर वाटर के पीएच मानक एवं रेसिड्यूअल क्लोरिन टर्बिडिटी का परीक्षण तीन सिफ्टों में किया जाता है, साथ ही सप्लाई किए गए पेयजल की अंतिम छोर से जल नमूने प्राप्त कर क्लोरिन की मात्रा निर्धारित मानक के अनुरूप निर्धारित करते हुए जलापूर्ति सुनिश्चित कराई जा रही है।

आयुक्त प्रतिष्ठा ममगाई ने ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए पेयजल आपूर्ति व्यवस्था को सुव्यवस्थित रखने तथा पेयजल की गुणवत्ता पर विशेष फोकस रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होने निर्देशित करते हुए कहा है कि जिन क्षेत्रों में पावर पम्पों व भूमिगत स्रोतों के माध्यम से जलापूर्ति की जाती है, उनका अनिवार्य रूप से नियमित परीक्षण करने, पेयजल की शुद्धता सुनिश्चित कराने तथा सभी जल स्त्रोतो का शुद्धीकरण व वहॉं की साफ-सफाई पर विशेष फोकस रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए है।

जलापूर्ति व्यवस्था में सहयोग दें, नलों में न लगाएं टुल्लू पम्प - आयुक्त प्रतिष्ठा ममगाई ने आमजन से अपील करते हुए कहा है कि वे पाइप लाइनों, नल कनेक्शनों में टुल्लू पम्प लगाकर पानी न खींचे इससे अन्य लोगों के घरों में पानी का प्रेशर कम हो जाता है, उन्हें कम पानी मिलता है तथा अनावश्यक परेशानी होती है, अतः टुल्लू पम्प न लगाकर निगम की जलापूर्ति व्यवस्था में सहयोग दें, ताकि सभी लोगों को समान रूप से पेयजल प्राप्त हो सके।

हिन्दुस्थान समाचार / हरीश तिवारी