धमतरी : दिन में पारा 44 पार, लोगों का जीना हुआ मुहाल
जिला अस्पताल में पहुंच रहे मरीज
धमतरी, 1 जून (हि.स.)। भीषण गर्मी के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चला है। सुबह, दोपहर, शाम के समय गुलजार रहने वाली शहर की भीड़-भाड़ वाली गलियों में भी इन दिनों सन्नाटा पसरा हुआ है। अधिकांश लोग तेज गर्मी से बचने के लिए घर में दुबके हुए हैं। बहुत जरूरी काम होने पर ही लोग घरों से निकल रहे हैं। धमतरी शहर के प्रमुख मार्ग सदर बाजार, गोल बाजार क्षेत्र में भी भीड़ नहीं लग पा रही। दिन ढलने के बाद ही लोग खरीदारी के लिए निकल रहे हैं।
इन दिनों सुबह आठ बजे से ही गर्म हवाएं चलने लगती हैं। दोपहर 12 बजे तक तापमान 44 डिग्री पर पहुंच रहा है। इन दिनों गर्म हवाओं और तेज धूप से सन बर्न की शिकायत बढ़ गई है। नौतपा की भीषण गर्मी के चलते लोगों का जीना मुहाल हो गया है। जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल के 25 मई से सन बर्न की शिकायत बढ़ गई है। तेज धूप और गर्म हवा से चेहरा, हाथ झुलसने लगा है। तेज गर्मी का शरीर पर व्यापक असर पड़ रहा है। आंखों में जलन थकावट जैसी समस्या को लेकर लोग जिला अस्पताल का रुख कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार यहां प्रतिदिन ढाई सौ से 300 लोग उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। जिनमें से जिनमें से अधिकांश लोग गर्मी से पीड़ित बताए जा रहे हैं। मौसम को देखते हुए चिकित्सकों ने भी स्वास्थ्य को लेकर सतर्कता बरतने कहा है। मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार से तापमान में गिरावट आ सकती है। आगामी तीन दिनों में एक से तीन डिग्री की क्रमिक गिरावट होने की संभावना है। प्रदेश के एक दो स्थानों पर ग्रीष्म लहर, उष्ण रात्रि की स्थिति और बिजली गिरने तथा अंधड़ चलने की संभावना है। रविवार को 40 से 50 किमी की रफ्तार से हवा चलने, गरज चमक के साथ वज्रपात हो सकती है। जिला अस्पताल के डा संजय वानखेड़े ने कहा कि भीषण गर्मी में सेहत को लेकर ध्यान रखने की काफी आवश्यकता है। इन दिनों पड़ रही तेज गर्मी का शरीर पर विपरीत असर पड़ रहा है। इन दिनों एसी और बाहर के तापमान में लगभग 10 डिग्री का अंतर है। 25 से 30 डिग्री से जब हम सीधे 43 से 44 डिग्री में जाते हैं तो शरीर पर तुरंत काफी असर पड़ता है। इसलिए धूप में तेज धूप में जाने से पहले एहतियात बरतें। सीधे तेज धूप में न निकले। इसके अलावा शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए नियमित रूप से समय-समय पर पानी पीते रहें, भले ही प्यास ना लगे। नेत्र रोग विशेषज्ञ डा जेएस खालसा ने कहा कि गर्मी के कारण आई इंफेक्शन का खतरा बढ़ा है। अस्पताल में प्रतिदिन आंखों में सूजन, आंखों से पानी आना, पलकों का सूजना, बैक्टीरियल और वायरल कंजेक्टिवाइटिस केस सामने आ रहे हैं। सुरक्षा के लिहाज से धूप में बाहर जाते समय चश्मे, छाता, टोपी, गमछा जूते आदि का उपयोग करें। यदि एसी या कूलर में बैठे तो सीधे बाहर नहीं निकलें। शरीर में बेचैनी या कोई अन्य परेशानी हो रही, तो चिकित्सक से परामर्श लें।
हिन्दुस्थान समाचार/ रोशन सिन्हा