सुकमा: एक महिला सहित पांच नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
सुकमा, 30 सितंबर (हि.स.)। सुकमा जिले में सक्रिय एक महिला नक्सली सहित पांच नक्सलियों के पुलिस एवं सीआरपीएफ अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। आत्म समर्पित सभी नक्सली कई नक्सली वारदातों में शामिल थे। छत्तीसगढ़ शासन की ”छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ एवं ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव से आत्मसमर्पण किया।
सुकमा पुलिस अधीक्षक कार्यालय पांच नक्सलियों ने सोमवार को बिना हथियार के आत्मसमर्पण किए। आत्मा समर्पित नक्सली एक लाख रुपये इनामी पूवर्ती आरपीसी मिलिशिया कमाण्डर माड़वी दुड़वा पिता दुला 36 वर्ष, निवासी ग्राम पूवर्ती थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा, मेहता आरपीसी मिलिशिया सदस्य माडवी लच्छू पिता स्व. देवा 45 वर्ष निवासी ग्राम डब्बापाड़ मेहता थाना कोन्टा जिला सुकमा, सिंगाराम आरपीसी केएएमएस सदस्या महिला करटम मासे पिता मासा 29 वर्ष निवासी ग्राम गोन्दीगुड़ा थाना गोलापल्ली जिला सुकमा, मेहता आरपीसी मिलिशिया सदस्य माड़वी लच्छु पिता स्व. कोसा 33 वर्ष, निवासी डब्बापाड मेहता थाना कोन्टा जिला सुकमा, वेरूम मिलिशिया सदस्य मड़कम जोगा पिता स्व. दुला 35 वर्ष निवासी ग्राम वेरूम थाना किस्टाराम जिला सुकमा ने आत्म समर्पण किया। नक्सलियों को आत्मससमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में डीआईजी कोंटा रेंज फिल्ड टीम, डीआरजी सुकमा, 212, 217 वाहिनी सीआरपीएफ एवं 208 कोबरा वाहिनी के सूचना शाखा के कार्मिकों विशेष प्रयास था।
सभी आत्म समर्पित नक्सली प्रतिबंधित नक्सल संगठन में जुड़कर विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गस्त पार्टी की रेकी कर हमला करना, पुलिस पार्टी के आने-जाने वाले मार्गों पर स्पाईक, बम लगाना, मुख्य मार्गों को खोदकर मार्ग अवरुद्ध करना, शासन- प्रशासन के विरुद्ध बैनर, नक्सली पर्चा-पाम्पलेट लगाने एवं अन्य घटनाओं में शामिल थे।
उक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत् सहायता राशि व अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / मोहन ठाकुर