अवैध धान भंडारण व परिवहन पर सख्ती, अब तक दर्ज हुए पकड़े 96 प्रकरण, 4,316.90 क्विंटल अवैध धान जब्त
धमतरी, 17 दिसंबर (हि.स.)। जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीद का कार्य पूरी तरह सुचारु एवं व्यवस्थित रूप से जारी है। वहीं धान की अवैध भंडारण, परिवहन तथा पुनर्चक्रण जैसी गतिविधियों पर जिला प्रशासन द्वारा सख्त निगरानी रखी जा रही है। जिला एवं तहसील स्तर पर उड़नदस्ता दलों का गठन कर लगातार कार्रवाई की जा रही है। जानकारी के अनुसार जिले में अब तक अवैध धान भंडारण एवं परिवहन करने वालों के विरुद्ध 96 प्रकरण दर्ज करते हुए कुल 4,316.90 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया है।
धमतरी जिले में धान खरीद के दौरान अवैध गतिविधियों की रोकथाम के लिए गठित उड़नदस्ता दलों में राजस्व, मंडी, खाद्य, सहकारिता एवं कृषि विभाग के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। यह दल लगातार निरीक्षण करते हुए अवैध धान भंडारण एवं परिवहन के मामलों पर कार्रवाई कर रहे हैं। दोषियों के विरुद्ध मंडी अधिनियम 1972 के तहत प्रकरण भी दर्ज किए जा रहे हैं। जिले में ओडिशा सीमा से लगे संवेदनशील क्षेत्रों बोराई (घुटकेल), बांसपानी, बनरौद एवं सांकरा में विशेष चेक पोस्ट स्थापित किए गए हैं। इन चेक पोस्टों पर नगर सैनिक, वन विभाग, मंडी तथा राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी पालीवार तैनात कर सघन जांच की जा रही है, जिससे अंतर्राज्यीय अवैध धान परिवहन पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके।
कलेक्टर द्वारा पूर्व में ही जिला एवं ब्लाकस्तर पर उड़नदस्ता दल गठित कर दिए गए थे, जो नियमित रूप से सघन निरीक्षण कर रहे हैं। इनके द्वारा अब तक अवैध धान भंडारण एवं परिवहन करने वालों के विरुद्ध 96 प्रकरण दर्ज करते हुए कुल 4,316.90 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया है। जिले के सभी धान उपार्जन केंद्रों में धान खरीद सुव्यवस्थित ढंग से की जा रही है। प्रशासन का विशेष ध्यान इस बात पर है कि कोचियों और बिचौलियों द्वारा अवैध रूप से धान लाकर समर्थन मूल्य पर विक्रय न कर सके। इसके लिए प्रत्येक विकासखंड में राजस्व, कृषि, खाद्य, सहकारिता एवं कृषि उपज मंडी विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीमें सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अवैध गतिविधियों में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
धमतरी जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीद व भुगतान व्यवस्था सुदृढ़
धमतरी जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2025–26 के अंतर्गत समर्थन मूल्य पर धान खरीद का कार्य सुव्यवस्थित एवं पारदर्शी ढंग से निरंतर जारी है। जिले की 74 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों एवं आदिम जाति सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से संचालित कुल 100 धान उपार्जन केन्द्रों में 16 दिसंबर 2025 तक पंजीकृत 1,29,399 किसानों में से 47,673 किसानों से कुल 2,24,245 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है। खरीदे गए धान का कुल मूल्य 531.83 करोड़ रुपये है, जिसका भुगतान संबंधित कृषकों को प्रतिदिन नियमित रूप से किया जा रहा है। उपार्जित धान के शीघ्र एवं सुचारु निराकरण के लिए जिले में कस्टम मिलिंग के लिए अब तक 145 राइस मिलों का पंजीयन किया गया है। पंजीकृत राइस मिलरों के साथ अनुबंध कर 28,971.80 मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किए गए हैं, जिनके विरुद्ध 19,609.80 मीट्रिक टन धान का उठाव पूर्ण किया जा चुका है। वर्तमान में उपार्जन केन्द्रों में 2,04,635.20 मीट्रिक टन धान उठाव के लिए शेष है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा