भिलाई : एसएसपी व विधायक रन फाॅर फारमर्स को दिखाएंगे हरी झंडी

 


धावला फाउंडेशन द्वारा रन फॉर फारमर्स का आयोजन 23 दिसंबर को

भिलाई, 20 दिसंबर (हि.स.)। धावला फाउंडेशन के द्वारा 23 दिसंबर गुरुवार को रन फॉर फारमर्स (किसानों के दौड़) का आयोजन करने जा रहा है। यह दौड़ पांच किलोमीटर की रहेंगी। इसका उद्देश्य समाज के हमारे सबसे योग्य सीमांत किसानों की मदद करना एवं आम जनता के बीच जागरुकता पैदा करने के लिए यह दौड़ टाउनशिप में राष्ट्रीय किसान दिवस 23 दिसंबर को सुबह 7 बजे आयोजित की गई है। इसमें पुरुष और महिला प्रतिभागी निशुल्क इसमें भाग ले सकते हैं।

इसे चार श्रेणी के आयु समूह में बांटा गया है। जिनमें 12 से 15 वर्ष 15 से 25 वर्ष और 25 से 50 वर्ष और 50 वर्ष से उपर इसमें प्रतिभागी दौड़ लगा सकते हैं। प्रत्येक श्रेणी के लिए स्वर्ण रजत व कास्य पदक का पुरुस्कार रखा गया है। दौड़ने वालों लोग जो है उन्हें जर्सी व प्रमाण पत्र भी संस्था प्रदान करेंगी। चूंकि अभी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी है। हमारी वेबसाईट डब्लूडब्लूडब्लू डाट डीएचएवीएलएएस डाट इंन के माध्यम से भी अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।

आयोजित प्रेस कांन्फ्रेस में बुधवार को जानकारी देते हुए अनिता झा एक्जूकिटिव डायरेक्टर एवं सीईओ (सीएसआर) विभाग ने बताया कि धावला कंपनी आने वाले समय में पूरे देश भर में सीमांत किसानों को जोड़ने का काम कर रही है। दस लाख से अधिक किसानों को जोड़ने का हमारा लक्ष्य है। 14 स्टेट व 28 जिलों में हमारी धावला फाउंडेशन है जो काम रही है छत्तीसगढ़ में हम बालोद बेमेतरा, राजनांदगांव, व दुर्ग भिलाई के किसानों के लिए काम कर रहे हैं। उन्हाेंने बताया कि हमारी कंपनी 17 प्रकार के विशेषज्ञों द्वारा किसानों को सही जानकारी उपलब्ध करा रही है। रन फॉर फारमर्स के इस आयोजन को हरी झण्डी 23 दिसंबर को दुर्ग जिले एसएसपी रामगोपाल गर्ग दिखायेंगे। साथ ही ट्रेफिक डीएसपी सतीश ठाकुर, युवा विधायक भिलाई नगर विधानसभा देवेन्द्र यादव, आफिर्सर एसोएिसशन के अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार बंछोर के अलावा बीएसपी के अन्य अधिकारी भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।

इसके डायरेक्टर विजय धावला ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए आम जनता से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में धावक इस दौड़ में शामिल हो। पत्रकारवार्ता में उपस्थित लोगों में आर के वर्मा डायरेक्टर (कॉरपोरेट), रजनीश चंद्राकर प्रोफेशनल डायरेक्टर भी मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल