कोरबा : खेत से उपार्जन केंद्र तक सहज सफर, पारदर्शी प्रक्रिया ने किसानों के दिल में जगाया भरोसा
कोरबा, 22 दिसंबर (हि. स.)। राज्य के किसानों के लिए खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 एक भरोसे और संतोष का वर्ष बनकर उभरा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा लागू की गई धान खरीदी व्यवस्था ने किसानों को यह विश्वास दिलाया है कि उनकी मेहनत का पूरा और उचित मूल्य उन्हें निश्चित रूप से मिलेगा। सरल, पारदर्शी और सुव्यवस्थित प्रक्रिया के कारण किसान बिना किसी तनाव और परेशानी के अपना धान उपार्जन केंद्रों में विक्रय कर पा रहे हैं। उच्चतम समर्थन मूल्य पर समयबद्ध खरीदी, टोकन आधारित व्यवस्था तथा उपार्जन केंद्रों पर उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं ने किसानों के अनुभव को सहज और सम्मानजनक बना दिया है।
इसी क्रम में ग्राम गढ़ उपरोड़ा के किसान असमान्त सिंह ने राज्य सरकार की धान खरीदी व्यवस्था से संतुष्टि व्यक्त की है। श्री सिंह के पास कुल 06 एकड़ कृषि भूमि है। वे इस वर्ष 40 क्विंटल धान लेकर सोनपुरी उपार्जन केंद्र पहुंचे, जहां उन्होंने सहज एवं व्यवस्थित तरीके से अपना धान विक्रय किया।
श्री सिंह ने बताया कि उन्होंने समिति से पहले ही टोकन प्राप्त कर लिया था, जिससे उपार्जन केंद्र पर किसी प्रकार की भीड़ या अव्यवस्था का सामना नहीं करना पड़ा। केंद्र पर तौल, पंजीयन एवं भुगतान से संबंधित सभी प्रक्रियाएं समयबद्ध और पारदर्शी रहीं। किसानों के बैठने, छाया, पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं की भी समुचित व्यवस्था होने से उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हुई। उन्होंने कहा वे एक बार फिर अपना धान विक्रय के लिए उपार्जन केंद्र आएंगे।
उन्होंने धान खरीदी की बेहतर व्यवस्था और किसान-हितैषी नीतियों के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की यह पहल किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक सराहनीय कदम है।
हिन्दुस्थान समाचार/ हरीश तिवारी
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हिन्दुस्थान समाचार / हरीश तिवारी