धमतरी : जर्जर स्कूल भवन के सीलिंग में सीपेज, बढ़ी परेशानी

 


धमतरी, 4 अगस्त (हि.स.)। जिले में हो रही अनवरत वर्षा के चलते इस साल जर्जर स्कूल भवन में बैठकर पढ़ाने वाले शिक्षक व पढ़ने वाले विद्यार्थियों की परेशानी बढ़ गई है, क्योंकि सीलिंग से भरी पानी टपक रहा है। सीलिंग से टपकते पानी से बचने कर्मचारियों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। अधिक वर्षा से जर्जर मकान के ढहने की दहशत विद्यार्थियों व शिक्षकों को सता रहा है, लेकिन शासन-प्रशासन नई स्कूल मरम्मत व नई बिल्डिंग की स्वीकृति करने तैयार नहीं है। इसे लेकर विद्यार्थी, शिक्षक व पालकों में भारी आक्रोश है।

धमतरी जिला अंतर्गत नगरी ब्लाक में संचालित बलिदानी अभिषेक गोलछा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नगरी के स्कूल भवन सालों से काफी जर्जर हो चुका है। यहां कक्षा नवमीं से 12वीं तक कक्षाएं संचालित होती है। यहां 250 से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत है। इस स्कूल में बारिश होते ही सीलिंग से पानी टपकता है, जो सीधे विद्यार्थियों के पुस्तकों व सिर पर पड़ता है। टपकते पानी के बीच बैठकर पढ़ाई करने विद्यार्थी मजबूर है।

स्कूल की छात्रा जयाकीर्ति साहू, विनोद साहू ने बताया कि, स्कूल भवन काफी जर्जर है। राड दिखाई देने लगा है। बारिश होते ही सीलिंग से पानी टपकता है। कम्प्यूटर व प्राचार्य रूम में भी पानी भर जाता है। जर्जर स्कूल भवन में बैठकर पढ़ाई करने से डर बना रहता है। इसी तरह प्राचार्य व स्टाफ कक्ष भी काफी जर्जर हो चुका है, जहां से पानी टपकता है। इससे बचने के लिए स्कूल स्टाफ ने पालीथिन लगा रखा है। सालों से विद्यार्थी जर्जर स्कूल भवन की शिकायत कर रहे हैं, लेकिन शासन-प्रशासन गंभीर नहीं है।

प्रभारी प्राचार्य कमलनारायण का कहना है कि उन्होंने शासन-प्रशासन को जर्जर स्कूल भवन से अवगत करा चुके हैं, लेकिन अब तक मरम्मत या नया भवन नहीं बन पाया है। मालूम है कि जिले में 1489 सरकारी स्कूल संचालित है, इनमें से कई स्कूलों के भवन सालों पुराना जर्जर है।

इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी धमतरी टीआर जगदल्ले ने कहा कि जिले में कई स्कूल भवन जर्जर है। ग्रामीण व पालकों से जानकारी मिलने के बाद इसकी जानकारी शासन-प्रशासन को भेज दिए हैं। अधिक बारिश के चलते कई स्कूल पानी भरने व सीलिंग से पानी टपकने से प्रभावित रहा।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा / गायत्री प्रसाद धीवर