मूर्तियों को अंतिम रूप दे रहे मूर्तिकार, सात सितंबर से गणेश चतुर्थी
धमतरी , 5 सितंबर (हि.स.)।गणेशोत्सव कल सात सितंबर से शुरू होने जा रहा है। सार्वजनिक उत्सव समितियों की ओर से जोर शोर से तैयारियां की जा रही है। मूर्तिकार भी दिन-रात मूर्तियाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। कुम्हार पारा के मूर्तिकार प्रहलाद कुंभकार, आमा तालाब कालोनी में मूर्तियां कर रहे गंगा नाग ने बताया कि इस बार गणेश पर्व के लिए 500 रुपये से लेकर डेढ़ लाख रुपये तक मूर्तियां तैयार हो रही है। सात सितंबर को गणेशजी की स्थापना होगी, इसके पहले से ही प्रतिमा ले जाने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
इधर, सार्वजनिक गणेश उत्सव समितियों की ओर से जगह-जगह भव्य उत्सव पंडाल सजाया जा रहा है। मूर्तिकार गंगा नाग ने बताया कि इस साल नगर निगम सकूल के पास केरल के भगवान पद्मनाथ का दर्शन कराया जाएगा। भगवान के नाभी से ब्रम्हदेव को निकलते हुए दिखाया जाएगा। देवशयनी में भगवान को विश्राम मुद्रा में दिखाया जाएगा। इनडोर स्टेडियम में त्रिमूर्ति गणेश, पीजी कालेज रोड में भगवान पशुपति नाथ तथा रिसाईपारा में भगवान श्रीगणेश को जगन्नाथ भगवान की मुद्रा में दिखाया जाएगा।
सिद्धि विनायक गणेश मंदिर में आज से अखंड जलाभिषेक
सिद्धि विनायक श्री गणेश भगवान मंदिर में आज छह सितंबर से अखंड जलाभिषेक शुरू होगा। यह आयोजन पिछले 31 वर्षों से गणेश मंदिर में हो रहा है। इस वर्ष जलाभिषेक का 32 वां वर्ष है। मंदिर के पुजारी ने बताया कि भगवान श्री गणेश जी को जल अर्पण करने से समस्त कामनाओं की पूर्ति होती है। गणेश जी जल के भी देवता हैं। समस्त विघ्नों को दूर करने वाले हैं। साथ में विराजमान माता सिद्धि एवं माता बुद्धि का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। जलाभिषेक सुबह छह बजे से पूजन पश्चात प्रारंभ हो जाएगा जो दूसरे दिन सुबह छह बजे जलाभिषेक सम्पन्न होगा। उक्त जलाभिषेक में पण्डित होमन प्रसाद शास्त्री, रोहिताश मिश्रा, प्रितेश गांधी ने श्रद्धालुओं से उपस्थिति की अपील की है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा