बेमेतरा : ज़िले में महतारी वंदन योजना के पंजीयन का काम शुरू

 


बेमेतरा, 5 फ़रवरी (हि.स.)। बेमेतरा ज़िले के नगरीय और ग्रामीण क्षेत्र में राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता की महतारी वंदन योजना का महिला हितग्राहियों को लाभ देने के आवेदन पंजीयन का काम शुरू कर दिया गया है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगरीय निकाय,परियोजना अधिकारियों और समस्त पर्यवेक्षक एकीकृत बाल विकास परियोजना सहित अन्य संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा पूरे जोश के साथ काम को अंजाम देना शुरू कर दिया।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं मैदानी अमलों के माध्यम से घर-घर सर्वे कर ऑफलाइन आवेदन भरवा रहे हैं।।सभी आवेदनों का ऑनलाइन पंजीयन किया जाएगा। वही ग्राम पंचायत कार्यालय आदि में भी महिलाओं को आवेदन दे कर पंजीयन की कार्रवाई की जा रही है। ग्राम पंचायतों में शिविर लगाया जाएगा। सर्वे के दौरान आधार कार्ड, बैंक खाता आदि दस्तावेजों की कमी होने पर शिविर में ही यह दस्तावेज बनाए जाएँगे। महिला एवं बाल विकास विभाग ने नगरीय निकाय और ग्राम पंचायतों को फॉर्म उपलब्ध कराये है। आवेदन पंजीयन ऑफलाइन/ऑनलाइन दोनों किया जा रहा है। यह कार्रवाई आगामी 20 फ़रवरी तक चलेगी।

उल्लेखनीय है कि महतारी वंदन योजना के लिए छत्तीसगढ़ राज्य की स्थानीय निवासी एवं विवाहित महिला पात्र होंगी। आवेदन के कैलेण्डर वर्ष अर्थात् जिस वर्ष आवेदन किया जा रहा है, उस वर्ष की 1 जनवरी को विवाहित महिला की आयु 21 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। विधवा, तलाकशुदा, परित्यक्ता महिला भी योजना के लिए पात्र हैं। योजना अंतर्गत पात्र महिला को प्रतिमाह 1000 रुपये का भुगतान डीबीटी के माध्यम से किया जाएगा। सामाजिक सहायता कार्यक्रम, विभिन्न पेंशन योजनाओं से पेंशन प्राप्त करने वाली महिलाओं को 1000 रुपये से कम पेंशन राशि प्राप्त होने पर शेष अंतर की राशि का भुगतान किया जाएगा।

महतारी वंदन योजना अंतर्गत 5 फरवरी से ऑनलाइन व ऑफलाइन आवेदन का पंजीयन प्रारंभ हो गया है। आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 20 फरवरी हैं। अनंतिम सूची 21 फरवरी को जारी की जाएगी। अनंतिम सूची पर आपत्ति 21 से 25 फरवरी तक की जा सकती है। आपत्ति का निराकरण 26 से 29 फरवरी तक किया जाएगा। अंतिम सूची का प्रकाशन एक मार्च को होगा एवं स्वीकृति पत्र 5 मार्च को जारी होगा तथा पात्र महिला हितग्राही को राशि का अंतरण 8 मार्च को किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल