बड़े नक्सलियों की बस्तर में मौजूदगी, किसी बड़ी वारदात को दे सकते हैं अंजाम

 


जगदलपुर, 21 सितंबर(हि.स.)। नक्सलियों की दक्षिण सब जोनल ब्यूरो ने पार्टी का 19वां स्थापना दिवस 21 सितंबर से मनाने का ऐलान किया है। इस दौरान नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। मिली जानकारी के अनुसार आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के बड़े नक्सलियों के पिछले दो माह से बस्तर में उनकी मौजूदगी की खबर एवं दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिले के सरहदी इलाकों में नए युवाओं को तैयार किया जा रहा है। जिसके चलते सुरक्षा बलों को अलर्ट रहने के निर्देश दिये गये है। वहीं कोंटा-भद्राचलम मार्ग पर रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे तक एतिहातन आवगमन बंद कर दिया गया है, तथा संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 80 लाख रुपये के इनामी नक्सली संजय दीपक राव को पकड़ा गया है। उससे पूछताछ में मिले इनपुट के आधार पर छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा क्षेत्र अंतर्गत तेलंगाना इलाके में नक्सली गतिविधियां सक्रिय हैं। नक्सली अपने बड़े लीडर के पकड़े जाने पर कोई बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं।

नक्सलियों के19 वां स्थापना दिवस 21 सितंबर से एक दिन पहले 20 सितंबर को नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में जवानों ने 2 महिला नक्सलियों 5 लाख की ईनामी मलांगिर एरिया कमेटी सदस्या/एरिया मिलिशिया कमाण्ड इन चीफ कुमारी लक्खे उर्फ जिलो माड़वी एवं 2 लाख की इनामी प्लाटून 24 सदस्य नक्सली मंगली पदामी को ढेर कर नक्सलियों के नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया था, इस दौरान 40 लाख के ईनामी नक्सली कमांडर चैतू समेत अन्य नक्सली जंगल का सहारा लेकर भाग निकले।

प्राप्त जानकारी के अनुसार नक्सलियों के द्वारा जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि दक्षिण सब जोनल इलाके में एक वर्ष के अंदर कामरेड दूला दादा, केंद्रीय पोलित ब्यूरो सदस्य कामरेड बसंत की बीमारी से हुई अचानक मौत को अपने आंदोलन का बड़ा नुकसान बताया है। यह भी बताया गया है कि तेलंगाना में केंद्रीय कमेटी के एक नक्सली नेता को गिरफ्तार किया गया है। इसके चलते नक्सलियों में जबरदस्त आक्रोश है, और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के फिराक में हैं। इधर जगदलपुर रेलवे स्टेशन से प्राप्त जानकारी के अनुसार नक्सली सप्ताह के चलते रेलों की आवाजाही पर कोई असर नहीं पड़ा है। यात्री और मालगाडिय़ां निर्बाध गति से दौड़ रही हैं। स्टेशन मास्टर ने बताया कि नक्सली बंद के चलते रेल परिवहन रोकने के लिए किसी भी प्रकार का पत्र मुख्यालय से प्राप्त नहीं हुआ है।

बस्तर आईजी सुन्दरराज पी. ने कहा कि नक्सली सप्ताह से एक दिन पूर्व नक्सलियों के मलांगिर एरिया कमेटी सदस्या के मारे जाने से नक्सलियों को भारी क्षति हुई है। आने वाले दिनों में भी क्षेत्र में नियमित रूप से अभियान जारी रहेगा, ताकि नक्सली गतिविधि पर अंकुश लगाया जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे