रेलवे की कार्रवाई से दहशत, 70 प्रभावितों ने स्वयं छोड़ा अतिक्रमण

 


धमतरी, 7 अगस्त (हि.स.)। निर्माणाधीन बड़ी रेललाइन के अधूरे वाल प्लेट फार्म बनाने के लिए रेलवे के अधिकारी-कर्मचारियों ने फोर्स की मौजूदगी में आठ परिवारों के अतिक्रमण पर जब बुलडोजर चलाया, तो दहशत में दूसरे दिन 70 प्रभावितों ने घरेलू सामाग्री लेकर स्वयं अतिक्रमण छोड़ दिया।

नगर निगम के पीएम आवास कालोनी पहुंचकर व्यवस्थापन की गुहार जनप्रतिनिधियों व अधिकारी-कर्मचारियों से लगाई, तो उन्हें व्यवस्थापन करने कर्मचारी जुटे हुए है।

धमतरी से केन्द्री तक बड़ी रेललाइन का कार्य निर्माणाधीन है। धमतरी के रेलवे स्टेशन पर अतिक्रमण के चलते निर्माण कार्य थम गया है, ऐसे में रेलवे अधिकारी-कर्मचारियों ने अतिक्रमणकारियों को नोटिस देकर शीघ्र जगह खाली करने चेतावनी दी थी। नोटिस में निर्धारित दिनों के अनुसार रेलवे के अधिकारी-कर्मचारी फोर्स व पुलिस के साथ पहुंचकर छह अगस्त को अतिक्रमण पर बुलडोजर चला दिया, इससे अतिक्रमणकारियों में हड़्कंप मच गया।

दूसरे दिन सात अगस्त को 70 अतिक्रमणकारियों ने रेलवे की कार्रवाई के दहशत से स्वयं अतिक्रमण छोड़ दिया और अपना पूरा घरेलू सामाग्री ट्रेक्टर-ट्राली समेत अन्य वाहनों में झोपड़ी खाली करके सुबह नगर निगम धमतरी के पीएम आवास कालोनी दोपहर में पहुंच गए। एक साथ इतने लोगों के इकट्ठा हो जाने से यहां व्यवस्था प्रभावित हो गई।

निगम के अनुसार यहां रेलवे प्रभावितों के लिए 287 यूनिट आवास बनाया जा रहा है, जिसमें से अभी सिर्फ 74 आवास ही बना है। वह भी आधे अधूरे हैं। इस बीच प्रभावित स्वयं कमरों में दरवाजा लगाकर रहने लगा है, जबकि यहां कई बुनियादी सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। कोरोना काल में ठेकेदार के गायब हो जाने के बाद से आवास का काम बंद हैं। रेलवे प्रशासन के अनुसार धमतरी से केन्द्री तक 62 किमी लंबी बड़ी रेल लाइन बनाया जा रहा है। करीब 554 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट को रेलवे ने मार्च-2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा / गायत्री प्रसाद धीवर