विकसित भारत संकल्प यात्रा : जनभागीदारी के मामले में छत्तीसगढ़ देश के अग्रणी राज्यों में शामिल

 


रायपुर, 26 दिसंबर (हि.स.)। विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ छत्तीसगढ़़ में 16 दिसम्बर से हुआ है। इस यात्रा का उद्देश्य केन्द्र सरकार की फ्लेगशिप योजनाओं का पूरे राज्य में व्यापक प्रचार-प्रसार तथा पात्र हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करना है।

इसी के तहत पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव डॉ. के. चन्द्रशेखर ने सोमवार की देर शाम को नवा रायपुर में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, कृषि एवं पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर छत्तीसगढ़ में संचालित विकसित भारत संकल्प यात्रा की गतिविधियों एवं उपलब्धियों की समीक्षा की। डॉ. के. चन्द्रशेखर ने विकसित भारत संकल्प यात्रा का मीडिया के सभी माध्यमों से व्यापक प्रचार करने के साथ ही इसका डाक्यूमेंटेशन किए जाने का सुझाव दिया। उन्होंने स्थानीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्र के प्रतिभावान् लोगों का डाटाबेस भी तैयार करने के निर्देश दिए।

केन्द्रीय अतिरिक्त सचिव डॉ. के. चन्द्रशेखर ने छत्तीसगढ़ में संचालित विकसित भारत संकल्प यात्रा में जनभागीदारी विशेषकर महिलाओं की बढ़-चढ़कर भागीदारी पर प्रसन्नता जताई। संकल्प यात्रा में छत्तीसगढ़ के लोगों की औसत जनभागीदारी 30 प्रतिशत से अधिक है, जबकि इस यात्रा में जनभागीदारी का राष्ट्रीय औसत 10 प्रतिशत है। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव और विकसित भारत संकल्प यात्रा के स्टेट नोडल अधिकारी डॉ. गौरव सिंह, संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. चंदन संजय त्रिपाठी, उप सचिव कृषि तुलिका प्रजापति, डिप्टी कमिश्नर केशव वर्मा एवं चन्द्रप्रकाश पात्रे मौजूद थे।

केन्द्र सरकार की योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार : सुब्रत साहू

बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने छत्तीसगढ़ में विकसित भारत संकल्प यात्रा की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस यात्रा में चल रही मोबाइल वेन के माध्यम से केन्द्र सरकार की योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किए जाने के साथ ही इसमें लगे ऑडियो-वीडियो के माध्यम से प्रधानमंत्री के संदेश का प्रसारण किए जाने के साथ ही लाइव प्रोग्राम भी दिखाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक यह यात्रा 1760 ग्राम पंचायतों में पहुंची है, जिसमें 12 लाख लोग शामिल हुए हैं, जिसमें महिलाओं की संख्या 6 लाख 42 हजार से अधिक है। प्रत्येक पंचायत में आयोजित संकल्प यात्रा औसत रूप से 681 लोगों की भागीदारी रही है, जो कि पंचायतों की औसत जनसंख्या के मान से 30 प्रतिशत से अधिक है। अब तक इस यात्रा के माध्यम से 9.66 लाख लोगों ने विकसित भारत के सपने को साकार करने का संकल्प लिया है। उन्होंने बताया कि इस यात्रा के माध्यम से प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, टीबी एवं सिकलसेल के संभावित मरीजों की स्क्रीनिंग, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, केसीसी कार्ड, लैण्ड रिकार्ड को अपडेट किए जाने के साथ ही अन्य योजनाओं से लोगों को लाभान्वित किया जा रहा हैै। संकल्प यात्रा के अवसर पर गांवों में स्वास्थ्य शिविर लगाकर अब तक 3.63 लाख लोगों का हेल्थ चेकअप किया गया है। टीबी एवं सिकलसेल बीमारी के परीक्षण के लिए 3 लाख 12 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की गई है।

मेरी कहानी-मेरी जुबानी जैसी गतिविधियों में लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहें : डॉ. गौरव सिंह

संयुक्त सचिव एवं स्टेट नोडल अधिकारी डॉ. गौरव सिंह ने बताया कि संकल्प यात्रा के दौरान क्विज प्रतियोगिता, मेरी कहानी-मेरी जुबानी, धरती कहे पुकार जैसी गतिविधियों में लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे है। उन्होंने बताया कि राज्य में लगभग 85 प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है। संकल्प यात्रा के दौरान छूटे हुए लोगों को भी कार्ड बनाकर दिया जा रहा हैं। संकल्प यात्रा के माध्यम से 991 ग्राम पंचायतों में शत्-प्रतिशत लोगों को कार्ड बनाकर दिया जा चुका है। 1446 ग्राम पंचायतों में लैण्ड रिकार्ड अपडेट किया गया है। राज्य में प्राकृतिक/जैविक खेती को प्रोत्साहित किए जाने के साथ ही ड्रोन डिमास्ट्रेशन की गतिविधियां भी की जा रही है। संकल्प यात्रा के माध्यम से अब तक 5 हजार लोगों को सुरक्षा बीमा, 3251 लोगों जीवन ज्योति बीमा योजना, 31 हजार 600 महिलाओं को उज्ज्वला योजना से लाभान्वित किया गया है। इस यात्रा के दौरान 36691 महिलाओं, 41 हजार विद्यार्थियों, 4000 खिलाड़ियों तथा 8 हजार से अधिक कलाकारों को सम्मानित किया गया है। 1036 किसानों को केसीसी कार्ड, 19044 लोगों को आयुष्मान कार्ड बनाकर दिए गए है। मेरी कहानी-मेरी जुबानी कार्यक्रम के अंतर्गत केन्द्र सरकार की योजनाओं से लाभान्वितों में से 43 हजार 380 हितग्राहियों की कहानी संग्रहित की गई है।

हिन्दुस्थान समाचार/ गेवेन्द्र