भोजनशाला, स्टैंड व सफाई के लिए देशभर से मंगाए टेंडर का विरोध, कलेक्टर को सौपा ज्ञापन
धमतरी, 17 अगस्त (हि.स.)। जिला अस्पताल धमतरी के भोजनशाला, स्टैंड व साफ-सफाई के लिए स्थानीय संस्थाओं व लोगों की बजाय छत्तीसगढ़ हटाकर देशभर से टेंडर मंगाया गया है। इससे आक्रोशित पूर्व स्थानीय संचालक कलेक्ट्रेट पहुंचकर व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए पूर्व के नियम व शर्ताें में हेराफेरी करने का आरोप लगाकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है। इन लोगों ने स्थानीय व छत्तीसगढ़ मूल निवासी संस्थाओं व लोगों को टेंडर देने प्राथमिकता नियम में रखने की मांग की है, ताकि बाहरी लोगों को टेंडर न मिले, क्योंकि पूर्व में बाहरी लोगों को भोजन शाला दिए जाने से खराब भोजन मरीजों को परोसा जा रहा था।
गौली सिक्यिुरिटी सर्विस के संचालक गणेश गवली, प्रकाश केटरिंग के संचालक प्रकाश सिन्हा, अशोक जाधव और गोपी महिला-स्व सहायता समूह के लोग आज शनिवार को कलक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाते हुए कहा कि जिला अस्पताल धमतरी में व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए भोजनशाला, स्टैंड व साफ-सफाई के टेंडर नियम व शर्ताें में बदलाव किया गया है, जो उचित नहीं है। स्थानीय व छत्तीसगढ़ के मूल निवास प्रमाण पत्र को हटाकर देशभर के लोगों से टेंडर मंगाया गया है। ऐसे में धमतरी के स्थानीय संस्थाओं व लोगों को लाभ नहीं मिलेगा। जबकि सालों से होते आ रहे टेंडर में धमतरी व छत्तीसगढ़ प्रदेश का निवास मांगा जा रहा था।
प्रदेश के अन्य जिलों में निकाले गए टेंडर में बकायदा स्थानीय संस्थाओं व लोगों को प्राथमिकता दी गई है। जबकि धमतरी के जिला अस्पताल द्वारा निकाले गए टेंडर में स्थानीय, छत्तीसगढ़ को हटाकर पूरे देश के संस्थाओं से टेंडर मंगाया गया है, जो उचित नहीं है। ऐसा करके कुछ व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने का आरोप शिकायतकर्ताओं ने लगाया है। ऐसे में शिकायतकर्ताओं ने इस निविदा को निरस्त कर नई निविदा जारी करके छत्तीसगढ़ मूल निवास व स्थानीय को दर समान होने पर प्राथमिकता देने की मांग की है। यह भी बताया गया है कि जिला अस्पताल धमतरी में 200 से 250 बिस्तर है, लेकिन निविदा प्रक्रिया में सिर्फ 100 बिस्तर का अनुभव मांगा गया है। वहीं भोजन शाला के लिए लेवर लाइसेंस भी नहीं मांगा गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा / चन्द्र नारायण शुक्ल