जगदलपुर : नक्सलियों ने 22 दिसम्बर को भारत बंद किया एलान

 




मजदूर, किसान, मध्यम वर्ग, राष्ट्रीय पूंजीपति वर्गों की गठबंधन सरकार बनाना चाहिए

जगदलपुर, 12 दिसंबर (हि.स.)। नक्सलियों के दक्षिण सब जोनल के प्रवक्ता समता ने मंगलवार को प्रेस वक्तव्य जारी कर बिहार-झारखण्ड क्रांतिकारी आंदोलन पर पिछले 22 महीनों से सिल-सिलेवार ढंग से हो रहे दमन के विरोध में नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी ने 16 से 22 दिसम्बर तक दमन विरोधी प्रतिरोध सप्ताह और 22 दिसम्बर को भारत बंद का एलान किया है। नक्सली प्रेस वक्तव्य में कहा गया है कि भाजपा सरकार खुलेआम संविधान को उल्लंघन कर रहे हैं, इसलिए इसको उखाड़ फेंककर मजदूर, किसान, मध्यम वर्ग, राष्ट्रीय पूंजीपति वर्गों की गठबंधन सरकार बनाना चाहिए। इस गठबंधन सरकार क्रांतिकारी सशस्त्र आंदोलन से ही बनेगी।

प्रेस वक्तव्य में कहा गया है कि झारखण्ड ऐसे राज्य है कि देश का 40 प्रतिशत खनिज संपत्ति इसी राज्य में है। इसलिए देश का दलाल पूंजीपतियों ने झारखण्ड को अपने अड्डा बनाया है। टाटा, जिंदल, मित्तल, अम्बानी, अदानी, बिरला, एर्टेल, वेदंता जैसे कॉरपोरेट कम्पनियों द्वारा लूटा जा रहा है। पिछले 20 महीनों से बिहार-झारखण्ड का आदिवासी गांवों पर हो रहे 81एमएम आर्टीलरी बम से जनता भयभीत हो रहे हैं। 132 कम्पनी का केंद्र अर्धसैनिक बल, झारखण्ड जागवर मिलकर 90 हजार पुलिस बल तैनात किया है। पालामू इलाका, बूढ़ा पहाड़, कोल्हन इलाका, सरण्डा इलाका, पारसनाद आंदोलन इलाकाओं में 2020 से अभी तक 48 नया पुलिस कैंप लगाया है। चायबासा जिले का गोइलकेरा इलाका में नया पुलिस कैंप और सैकड़ों संख्या में मोबाइल टॉवर लगाया है। इनफारमार लोग मोबाईल से देने वाले समाचार पर आधारित होकर ऑपरेशन चला रहे है।

हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे