शहर में नगर निगम ने अभियान चलाकर पकड़े 25 मवेशी
धमतरी, 30 अप्रैल (हि.स.)। लंबे समय बाद शहर में नगर निगम ने अभियान चलाकर 25 मवेशियों को पकड़ा है। नगर निगम ने यह अभियान शहर के अलग-अलग स्थानों पर चलाया। मवेशियों की धरपकड़ शुरू होने से शहरवासियों को काफी राहत मिली है। लोगों का कहना है कि यह अभियान लगातार चलता रहता रहे ताकि सड़क के बीचों-बीच मवेशियों की आवाजाही पर रोक लग सके।
शहर में लंबे समय बाद मवेशियों को पकड़ने की कार्रवाई होने से शहरवासियों ने राहत की सांस ली है। लोगों का कहना है कि इसी तरह लगातार मवेशियों की धरपकड़ करती रहे। धमतरी शहर में एक बार फिर से बेसहारा मवेशियों की धरपकड़ शुरू हुई है। राष्ट्रीय राजमार्ग में मकई चौक से लेकर रत्नाबांधा चौक, पुराना बस स्टैंड, सिहावा चौक, शांति कालोनी चौक तक सड़क में घूम रहे मवेशियों को पकड़ा गया। काऊ केचर वाहन को साथ लेकर नगर निगम अमला चल रहा था। यहां-वहां बैठे जानवरों को पकड़ कर सीधे काऊकैचर वाहन में डाला गया। निगम आयुक्त विनय कुमार पोयाम ने कहा कि शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से बेहतर बनाने के लिए सभी की सहभागिता आवश्यक है। बेसहारा मवेशियों की धरपकड़ लगातार की जाएगी। इससे वाहन दुर्घटनाओं पर रोक लगेगी। पकड़े गए मवेशियों को अर्जुनी के कांजी हाउस में रखा जा रहा है। मवेशी को सड़क में छोड़ा जाना किसी भी लिहाज से उचित नहीं है। मवेशी मालिकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि शहर के भीतर यहां वहां बैठे मवेशियों के कारण लोगों को हमेशा परेशानी का सामना करना पड़ता है। शासन के निर्देश पर यह अभियान चलाया जा रहा है। 29 अप्रैल की देर शाम 25 मवेशियों को पकड़ा गया। लगातार यह अभियान चलेगा। कार्रवाई के दौरान धरपकड़ अभियान के सदस्य चैतन्य सिंग चंदेल, श्यामू सोना, गोविंद पात्रे, कुश, निक्कू, अनिल, गोपाल, राजा हिरवानी, दिनेश रंगारी, विक्की, जितेंद्र यादव, करन पावरिया एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।मालूम हो कि सिहावा चौक, मकई चौक, रत्नाबांधा पुराना बस स्टैंड, अंबेडकर चौक, सोरिद पुल, काली मंदिर श्याम तराई कृषि उपज मंडी के पास मवेशियों का अस्थाई ठौर है। इनसे टकराने से शहर के अंदर कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। हाल के दौरान हुई कई सड़क दुर्घटना में प्रमुख कारण सड़क के बीच बैठे मवेशियों को माना गया। कुछ दिन के अभियान के बाद कार्रवाई बंद हो जाती है। शहर के जागरूक नागरिकों का कहना है कि धरपकड़ की कार्रवाई लगातार होनी चाहिए। मवेशी को सड़क में छोड़ा जाना किसी भी लिहाज से उचित नहीं है। मवेशी मालिकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार/ रोशन सिन्हा