माहो व जंगली सुअर से धान हो रहा खराब, किसान चिंतित

 




धमतरी, 3 अक्टूबर (हि.स.)।किसानों के खेतों में खरीफ धान फसल पक कर तैयार हो रही है। लहलहाती फसल देखकर किसानों के चेहरे खिल गए थे, लेकिन अंतिम समय में माहो और जंगली सुअरों ने किसानों की चेहरों से मुस्कान गायब करने में लगे हुए है। माहो धान को चूस रहे हैं और जंगली सुअर रौंदकर नुकसान पहुंचा रहे हैं। किसान अपने धान फसल को बचाने पूरी ताकत झोंक दिए है।

वनांचल व मैदानी क्षेत्रों में अर्ली वेरायटी के धान फसल लेने वाले 80 प्रतिशत किसानों के खेतों में लगी धान के पौधों से बालियां निकलकर लहलहा रही है और इन दिनों पड़ रही 32 से 33 डिग्री तापमान में तेजी से पकने लगी है। भारी गर्मी और उमस के बीच खेतों में माहो ने हमला कर दिया है। हरा व पक चुकी धान फसल दोनों में माहो का प्रकोप है, जो तेजी से खेतों में बढ़ने के साथ तैयार धान फसल को नुकसान पहुंचा रहा है। माहो से धान फसल को बचाने किसान लगातार कीटनाशक का छिड़काव कर रहे हैं, लेकिन राहत नहीं मिल पा रही है। इससे किसान परेशान है। धान फसल के अंतिम समय में किसान हर हाल में फसल बचाने पूरी ताकत झोंक रहे हैं, ताकि उन्हें माहो से ज्यादा नुकसान न हो।

किसान पुनारद राम साहू, कामदेव, हीरासिंह, राजेश कुमार आदि ने बताया कि समय पर माहो खत्म नहीं हुआ, तो धान फसल को दो से तीन दिनों के भीतर पूरी तरह से बदरा कर देता है, ऐसे में माहो से धान फसल को बचाना अनिवार्य है। किसानों के चार माह के कड़ी मेहनत पर पानी फेर सकता है। ग्राम तुमराबहार, विश्रामपुर, कसावाही, खिड़कीटोला के किसान द्वारिका राम, कौशल कुमार, परमात्मा राम आदि ने बताया कि इन दिनों उनके तैयार धान फसल पर जंगली सुअर झुंड में पहुंचकर फसल को नुकसान पहुंचा रहा है। रखवाली के लिए कई किसान खेतों में घेरा लगा रखे हैं। कुछ किसान तो रखवाली भी करते हैं, ताकि धान फसल को न रौंदे। इसके अलावा स्थानीय उपाय भी किसान फसल बचाने कर रहे हैं। वहीं वनांचल क्षेत्र के धान फसल पर भी माहो का हमला है, ऐसे में किसानों की परेशानी बढ़ गई है।

इस संबंध में कृषि उपसंचालक धमतरी मोनेश कुमार साहू ने बताया कि कई किसानों के पास से इन दिनाें उनके धान फसल पर माहो होने की शिकायतें मिल रही हैं। ऐसे किसान क्षेत्र के कृषि अधिकारी से राय लेकर कीटनाशक का छिड़काव करें, ताकि माहो से उनके फसल सुरक्षित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा