(अपडेट) एसीबी-ईओडब्ल्यू की शराब और कोयला कारोबार से जुड़े कारोबारियों के यहां दबिश

 




रायपुर, 11 अप्रैल (हि.स.)। एसीबी/ईओडब्ल्यू ने गुरुवार को शराब और कोयला कारोबार से जुड़े कारोबारियों के रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव व और बिलासपुर समेत प्रदेशभर के 15 ठिकानों पर दबिश दी है।इसके साथ ही टीम ने कई कारोबारियों को हिरासत में भी लिया है। आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव एपी त्रिपाठी को गिरफ्तार किया गया है। वहीं इससे पहले एसीबी/ईओडब्ल्यू ने अरविंद सिंह और अनवर ढेबर की गिरफ्तारी कर चुकी है।

जानकारी के अनुसार, दुर्ग खुर्सीपार से पप्पू ढिल्लन, विजय भाटिया के अलावा रायपुर में शराब और कोयला कारोबारियों के देवेंद्र नगर, सदर बाज़ार और पंडरी इलाके में ठिकानों पर कार्रवाई कर रही है। छापेमारी में पूरे प्रदेशभर में 30 से अधिक अधिकारी शामिल बताए गए हैं।

इसी कड़ी में बिलासपुर में भी शराब कारोबारी से जुड़े सीए के दफ्तर व आवास में टीम ने दबिश दी। जहां पर दस्तावेज संकलन से लेकर अन्य जानकारी एकत्रित की जाती रहीं। बताया जा रहा कि, रायपुर के शराब कारोबारी अतुल सिन्हा को एफएल 10ए का लाइसेंस मिला हुआ है। जिसके तहत उनकी कंपनी शराब खरीदकर सरकार को सप्लाई करती है, लेकिन इसके एवज में बड़े पैमाने पर कमीशन के खेल होने की आशंका जताई जा रही है। जिसकी पड़ताल करने के लिए ईओडब्ल्यू और एसीबी की टीम शराब कारोबारी के बिलासपुर में रहने वाले सीए संजय मिश्रा के दफ्तर व आवास पहुंची। इसके अलावा कई और भी जगह टीम ने दबिश दी है

जानकारी के अनुसार आबकारी घोटाला मामले में एसीबी/ईओडब्ल्यू ने कार्रवाई में तेजी लाते हुए आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी को बिहार से गिरफ्तार किया गया है।जहां से अब उसे रायपुर लाया जा रहा है त्रिपाठी के खिलाफ ईओडब्लू में एफआईआर दर्ज हो चुका है।जहां से अब उसे रायपुर लाया जा रहा है।अरुणपति त्रिपाठी को ईओडब्ल्यू ने शराब घोटाले मामले में सिंडिकेट का प्रमुख किरदार माना है।

हिन्दुस्थान समाचार /केशव शर्मा