धमतरी : कोटाभर्री-गंगरेल क्षेत्र में तेंदुए का बढ़ा आतंक
धमतरी, 3 मार्च (हि.स.)। तेंदुए के आतंक से कोटाभर्री-गंगरेल क्षेत्र के ग्रामीण हलाकान है। समय-समय पर यहां के बछड़ों समेत मुर्गियों व बकरियों पर हमला करके शिकार करता है। दो मार्च को कोटाभर्री में एक बार फिर एक बछड़ा पर हमला कर दिया, इससे बछड़ा गंभीर रूप से घायल हो गया है। मालिक ने उनका उपचार कराया है, इससे अन्य ग्रामीणों में दहशत है।
पिछले महीनेभर से कोटाभर्री-गंगरेल बांध क्षेत्र के लोग तेेंदुए के आतंक से दहशत में है। दिन डूबते ही तेेंदुए क्षेत्र में पहुंच जाता है। यहां ग्रामीणों के घरों में बंधे मवेशियों, मूर्गियों, बकरी और बछड़ों पर हमला करता है, इससे ग्रामीण हलाकान है। दो मार्च की रात ग्राम कोटाभर्री में पवार फार्म हाउस में बंधे एक बछिया को तेंदुआ ने अपना निशाना बनाया। बछिया के गले में तेंदुआ ने पंजा मारा, तो बछिया चिल्लाने लगा। तत्काल यहां कुत्ता पहुंचे, तो तेंदुए भाग निकला। मवेशी के गले में तेंदुए के पंजे के निशान से गले में गहरा चोटें आई है, जिनका उपचार कराया गया है।
पखवाड़ेभर पहले भी दो बछड़े को तेंदुआ अपना शिकार बना चुका है। ऐसे में यहां के मवेशी मालिकों में दहशत है। फार्म हाउस के मालिक अशोक पवार सहित ग्रामीणों ने बताया कि तेंदुआ अब गांव तक पहुंच रहा है। जान का खतरा बना हुआ है। पालतु पशुओं को लगातार नुकसान पहुंचा रहा है। तीन बछड़ों की तेंदुए ने जान भी ले लिया है। वन विभाग को इस ओर पहल करनी चाहिए। ग्रामीणों की मानें तो बांध के ऊपर भी तेंदुआ पहुंचता है, ऐसे में सैलानियों पर भी रात में खतरा मंडराता रहता है। नगरी से मैनपुर सड़क मार्ग में जंगल किनारे पिछले दिनों एक तेंदुआ दिखा। रात में सफर के दौरान एक कार चालक ने इसका वीडियो बनाया है, जो इंटरनेट मीडिया में तेजी के साथ वायरल हो रहा है। उल्लेखनीय है कि गर्मी बढ़ने के बाद वनांचल क्षेत्रों में जंगली-जानवर पानी की तलाश में जंगलों से बाहर निकलकर मैदानी क्षेत्र में पहुंचता है, इससे ग्रामीणों को जान का खतरा बना रहता है।
हिन्दुस्थान समाचार/ रोशन सिन्हा