मुर्गियां, बतख व बकरी को तेंदुए ने बनाया शिकार
धमतरी, 19 सितंबर (हि.स.)। तेंदुए ने दो गांवों में घुसकर घर के कोठे में रखे 150 से अधिक मुर्गियां, बतख और एक बकरी को अपना शिकार बनाया है। इस घटना से ग्रामीणों में दहशत है।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार नगरी ब्लाक के बिरगुड़ी रेंज अंतर्गत ग्राम घठुला में एक मादा तेंदुए अपने शावकों के साथ जंगल व पहाड़ी क्षेत्र से होकर रात करीब ढाई बजे ग्रामीण महेन्द्र कोसते के घर स्थित कोठा में प्रवेश किया। यहां रखे 150 मुर्गियां, बतख को तेंदुए ने अपना शिकार बना लिया। तेंदुए के घुसने की घटना से मुर्गियों में हड़कंप मच गया। धीरे-धीरे तेंदुए ने कोठा में रखे अधिकांश मुर्गियों को अपना शिकार बनाकर मार डाला। कुछ मुर्गियां, बतख, हंस को अपने साथ ले गए। इस घटना से मुर्गियों के मालिक व परिवार रात में दहशत के बीच रात काटे। चाहकर भी तेंदुए को नहीं भगा पाए, क्योंकि तेंदुए को भगाते तो उन पर ही हमला कर देता। तेंदुए के जाने के बाद महेन्द्र कोसते निकल कर देखा तो कोठे व बाहर मुर्गियां व बतख मृत पड़ा हुआ था। घटना की जानकारी जब वन विभाग को मिली, तो उनके घर पहुंचे। वन विभाग ने तेंदुए के हमले में मृत सिर्फ चार मुर्गी मरने का ही प्रकरण तैयार किया है, जबकि बड़ी संख्या में उनके कोठा व घर के पास मुर्गियां मृत पड़ा हुआ था, इससे उनमें नाराजगी है। वहीं इस गांव से लगे ग्राम पाईकभाटा में सुबह पहाडी क्षेत्र में एक बकरी को तेंदुए ने अपना शिकार बना लिया। सुबह नौ बजे पाईकभाटा निवासी शमशेर खान की बकरियों को चरवाहा पास के ही पहाडी पर चराने ले गया था, जिस पर तेंदुए ने हमला कर मार डाला। चरवाहे के चिल्लाने पर तेंदुए भाग निकला। घटना की पूरी जानकारी बकरी मालिक ने वन विभाग को दी है, जिस पर जांचकर प्रकरण तैयार किया जा रहा है। तेंदुए जंगलों और पहाड़ों की बजाय रात में गांवों की ओर आ रहे हैं, इससे ग्रामीणों पर खतरा बढ़ गया है। पहाड़ी व जंगल क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण इन दिनों तेंदुए के आतंक से दहशत के बीच रात कांटते है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा