सैप्टिक में घुसा तेंदुए, दो घंटे रेस्क्यू के बाद पकड़ाया
धमतरी , 1 सितंबर (हि.स.)। भोजन की तलाश में एक तेंदुए ग्रामीण के घर स्थित शौचालय में घुस गया। ग्रामीणों की नजर जब नजर पड़ी, तो उसने सूझबूझ के साथ सैप्टिक के दरवाजे का सिटकनी बाहर से लगाकर कैद कर दिया। घटना की जानकारी ग्रामीणों ने वन विभाग में दी। विभाग के अधिकारी-कर्मचारी व जंगल सफारी के डाक्टर के साथ टीम पकड़ने यहां पहुंचे। तेंदुए को पकड़ने करीब दो घंटे तक रेस्क्यू किया और बेहोश कर पिंजड़ा में कैद किया गया। जबकि सैप्टिक में तेंदुए तीन घंटे तक कैद रहा। तेंदुए के पकड़ाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
तेंदुए का खौफ धमतरी जिले के नगरी ब्लाक के बाद अब मगरलोड ब्लाक में भी बना हुआ है। एक सितंबर को ब्लाक मुख्यालय मगरलोड से आठ किलोमीटर दूर ग्राम परसाबुड़ा स्थित कमारपारा निवासी भूषण कमार के घर के सैप्टिक में सुबह आठ बजे तीन-चार वर्षीय मादा तेंदुए भोजन की तलाश में घुस गया। तेंदुए पर ग्रामीणों की नजर पड़ी, तो ग्रामीण सजग हो गए। किसी तरह हिम्मत जुटाकर कुछ ग्रामीणों ने सैप्टिक के बाहर दरवाजा का सिटकनी लगाकर उसे कैद किया। फिर घटना की जानकारी ग्रामीणों ने वन विभाग को दी। वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी जंगल सफारी के डाक्टर वर्मा व टीम के साथ घटना स्थल ग्राम परसाबुड़ा पहुंचे। तेंदुए को पकड़ने टीम के अधिकारी-कर्मचारियों ने प्लानिंग तैयार कर करीब दो घंटे तक रेस्क्यू किया और बेहोशी का इंजेक्शन तेंदुए को लगाकर जाल में पहले पकड़ा। इसके बाद कर्मचारियों ने तेंदुए को जाल समेत उठाकर पिंजड़ा में कैद कर वाहन में भरा। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ तेंदुए को पकड़ते देखने के लिए मौजूद थे। सुरक्षा के मद्देनजर मगरलोड थाना प्रभारी व पुलिस जवान तैनात थे। रेस्क्यू के दौरान डीएफओ श्रीकृष्ण जाधव, एसडीओ समेत वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
वन विभाग के डिप्टी रेंजर प्रेम लहरे ने बताया कि पिंजड़ा में कैद तेंदुए को जंगल सफारी ले जाया गया है। नगर पंचायत मगरलोड से करीब एक किलोमीटर दूरी पर सागौन प्लांट है। यहां व आसपास क्षेत्रों में लोग कई बार तेंदुए को देखा है, इससे ग्रामीणों में दहशत है। जबकि इसी मार्ग पर लगे आईटीआई, कालेज समेत कई अन्य विभाग है। क्षेत्र में समय-समय पर तेंदुए दिखाई देने से लोगों में दहशत बना हुआ है। नगरी ब्लाक के ग्राम धौराभाठा में 31 अगस्त को आदमखोर तेंदुए ने एक तीन वर्षीय बालिका नेहा कमार पर हमला कर उसे मार डाला। वहीं गांव के ही बुजुर्ग बुधराम कमार पर भी हमला किया। इसी दिन ग्राम खुदुरपानी में इसी तेंदुए ने एक कुत्ता को भी उठा ले गया। साथ ही बेलरगांव क्षेत्र के ग्राम नवागांव में तेंदुए ने पांच बकरियों को अपना शिकार बना लिया। चार अगस्त को ग्राम कोड़मुड़ में एक तीन वर्षीय बालक ऋषिक कमार को उठाकर ले गया और मार कर अपना शिकार बना लिया।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा