कवासी लखमा जैसे नेताओं के कारण आदिवासी समाज में द्वंद की स्थिति - केदार कश्यप

 


जगदलपुर, 28 मार्च (हि.स.)। वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि बस्तर लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा चुनाव के समय जनता जनार्दन को भगवान बता रहे हैं।चुनाव के बाद मिशनरियों का गुणगान करते हैं और उन्हीं के आशीर्वाद से जीत मिलने का दंभ भरते हैं। कवासी लखमा जैसे नेताओं के कारण आदिवासी समाज में द्वंद की स्थिति बन गई है।

उन्होंने बुधवार को अपने बयान में कहा कि अभी कवासी लखमा का एक वीडियो वायरल हो रहा है, बस्तर की संस्कृति को बर्बाद करने का काम कांग्रेस के इन्हीं नेताओं ने किया है। कांग्रेस के नेताओं को चुनाव के समय जनता की याद आती है। श्री कश्यप ने कहा है कि हमें किसी जाति ,धर्म-संस्कृति से कोई बैर नहीं है, लेकिन ओछी राजनीति और वोट के लिए बस्तर की जनता के साथ इस तरह का छल करने के कारण ही बस्तर की संस्कृति प्रभावित हो रही है। ऐसे दोमुंहे नेताओं के कारण बस्तर के भोले भाले आदिवासियों के माध्य द्वंद की स्थिति उत्पन्न हो रही है।

मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि कवासी लखमा पांच साल तक मंत्री रहे, जनता से किए वादे पूरे नहीं किए, वहीं उन पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे हैं। पांच साल तक जनता विकास कार्यों के लिए तरसती रही, गरीबों के पीएम आवास नहीं बने, घरों में पेयजल नहीं पहुंचा, पांच साल तक कांग्रेस के एटीएम बनकर बैठे रहे। जनता अब ठग को पहचान चुकी है, अब हर मतदाता कवासी लखमा को सबक सिखाने के लिए तैयार है। एक मैदान छोडक़र भाग चुका है, दूसरे को भी भगाने का मन जनता बना चुकी है।

हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे