खेमनाथ ने सब्जी-बाड़ी के कार्य से जुड़कर सफलता की चढ़ी सीढ़ी

 
























































कोरबा/ जांजगीर-चांपा 28 जून (हि.स.)। हरदीविशाल गांव के रहने वाले खेमनाथ महिलांगे आज बेहद खुशहाल नजर आते हैं। उनकी इस खुशहाली के पीछे उनकी कड़ी मेहनत, लगन व कार्य के प्रति समर्पण के साथ उद्यानिकी विभाग राष्ट्रीय कृषि विकास योजना से लाभान्वित होकर कार्य किया। उन्होंने धान की फसल के साथ ही टमाटर एवं बैगन की खेती शुरू की और सफलता की सीढ़ी चढ़ते गए। खेमनाथ महिलांगे आज गांव के उन्नतशील किसान बनकर उभरे हैं।

जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा विकासखंड के अंतर्गत ग्राम हरदीविशल में खेमनाथ पिता माधोराम रहते हैं। आज जिस तरह से वे खुशहाल है ऐसे पहले नहीं थे। वह खेती तो करते थे लेकिन उन्हे उतना लाभ नहीं मिल पा रहा था, जिससे परेशान होकर वह अपने आसपास के गांवों में इस समस्या के निदान की जानकारी खोजते रहते थे। एक दिन उन्हें किसी ने उद्यान विभाग के माध्यम से मिलने वाली योजनाओं की जानकारी दी। फिर क्या था? खेमनाथ ने बिना वक्त गवाए ही उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया। यहीं से उनके उन्नति का द्वार खुलना शुरू हुआ। जब उन्हें उद्यानिकी विभाग द्वारा टमाटर एवं बैगन की उन्नत खेती एवं नवीनतम तकनीक की जानकारी उपलब्ध कराई गई, इस तकनीक के सहारे उन्होंने धान की फसल के साथ ही टमाटर, बैगन की फसल एक साथ लगाई। टमाटर एवं बैगन के फसल में उन्होंने ड्रीप के माध्यम से अपनी फसलों को पानी एवं तरल खाद भी दिया जिससे उनकी फसल बहुत अच्छी आई। आज टमाटर बैंगन से 100 क्विंटल से अधिक का उत्पादन करते हुए शुद्ध 2 लाख रूपए की आमदनी अर्जित की। खेमलाल महिलांगे बताते है कि जब से वह टमाटर एवं बैंगन अपने खेतों में लगाएं है तब से उनकी आय में तीन से चार गुना वृद्धि हुई है। जिससे आजीविका के साथ ही आर्थिक स्थिति बहुत मजबूत हुई है। इस राशि का उपयोग वह अपने बच्चों की पढ़ाई एवं दैनिक जरूरतों को पूरा करने में लगाते हैं। वर्तमान में वह 1.25 एकड़ में ग्राफटेड बैगन की खेती कर रहे हैं। वह सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना के लिए धन्यवाद भी देते है।

हिन्दुस्थान समाचार/ हरीश तिवारी