कवासी लखमा का बयान, बेटे के लिए बहू तलाशने गया था, पार्टी ने मुझे ही दुल्हन सौंप दी
जगदलपुर, 28 मार्च (हि.स.)। बस्तर लोकसभा के कांग्रेस उम्मीदवार कवासी लखमा अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। कवासी लखमा के द्वारा दिया गया तजा बयान इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसमें बस्तर लोकसभा का उम्मीदवार बनाये जाने पर उन्होंने कहा कि मैं तो अपने बेटे के लिए दुल्हन खोजने गया था, लेकिन पार्टी ने तो मुझे ही दुल्हन सौंप दिया। इस बयान पर मौजूद कांग्रेसी नेताओं ने हंसकर बात आगे बढ़ा दी।
कवासी लखमा ने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को पार्टी का सबसे बड़ा नेता बताकर बस्तर लोकसभा से मुझे टिकट न देते हुए बस्तर के बड़े नेता दीपक बैज को देने की बात कहकर दीपक बैज के नाराज समर्थकों को साधने का प्रयास किया। राजनैतिक जानकारों का कहना है कि कवासी लखमा के इस बयान ने कांग्रेस की गुटबाजी को उजागर कर दिया है।
गौरतलब है कि बुधवार को कांग्रेस द्वारा जगदलपुर के लालबाग मैदान में नामांकन सभा का आयोजन किया गया था। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए कवासी लखमा ने कहा कि मैं तो अपने बेटे के लिए बहू तलाशने गया था, लेकिन पार्टी ने मुझे ही दुल्हन सौंप दिया। कवासी लखमा के इस बयान के बाद सभा में मौजूद सभी नेताओं के द्वारा ठहाके लगा दिए। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के प्रबल दावेदार माने जा रहे पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को टिकट न देते हुए बस्तर लोकसभा से कांग्रेस ने कोंटा विधायक कवासी लखमा को उम्मीदवार बनाया है। टिकट मिलने से पहले कवासी लखमा दिल्ली तक पहुंच गए थे। कवासी लखमा ने अपने पुत्र सुकमा जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी को लोकसभा के टिकट की मांग की थी। लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने काफी मंथन के बाद लोकसभा चुनाव में कवासी लखमा को ही उम्मीदवार घोषित कर दिया। कवासी लखमा के इस बयान ने कांग्रेस के अंदर टिकट को लेकर चल रहे खींचतान को भी उजागर कर दिया है।
सभा को संबोधित करते हुए कवासी लखमा ने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को पार्टी का सबसे बड़ा नेता बताकर दीपक बैज को लोकसभा का टिकट नहीं मिलने से उनके समर्थकों की नाराजगी को कम करने का प्रयास किया। कवासी लखमा को इस बात का अंदाजा है, कि अगर उन्हें लोकसभा चुनाव में अपनी जीत दर्ज करना है तो उन्हें बस्तर से दीपक बैज के समर्थकों को भी साथ लेकर चलना होगा। कवासी लखमा ने कहा कि दीपक बैज पीसीसी अध्यक्ष हैं, साथ ही प्रदेश के सबसे बड़े नेता हैं। उनकी जिम्मेदारी 11 लोकसभा सीट जीतने की होगी।
हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे