कांकेर के छात्र शेख रहमान ने प्रधानमंत्री से पूछा सवाल, अभ्यास ही समाधान है
कांकेर, 29 जनवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का छात्रों के साथ यह सातवीं बार परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम है। वर्ष 2018 से ही लगातार प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम के तहत छात्रों और अभिभावकों से जुड़ते रहे हैं। बोर्ड परीक्षाओं से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों से बातचीत की और सवालों का जवाब भी दिया।
उन्होंने परीक्षा के नाम पर पैदा होने वाले तनाव को दूर भगाने का मंत्र दिया। प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के सुकमा की छात्रा उमेश्वरी ओटी को दिल्ली में अपने साथ बैठाया। इस दौरान कांकेर के छात्र शेख रहमान ने प्रधानमंत्री से सवाल पूछा कि परीक्षा के दौरान अधिकांश छात्र घबराहट महसूस करते हैं, जैसे कि प्रश्नों को सही ढंग से न पढऩा आदि। मेरा आपसे प्रश्न है कि इन गलतियों से कैसे बचा जाए, कृपया अपना मार्गदर्शन दें?
छात्र शेख रहमान के सवाल का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि घूम फिर के फिर बात तनाव में आ गया। उन्होने कहा कि गलतियां अति उत्साह के कारण भी होती हैं, चाहे मां-बाप का हो या बच्चों का। ठीक परीक्षा के समय पर बच्चों का पहुंचना भी तनाव का कारण है। परीक्षा के कम से कम 15 मिनट पहले पहुंचें। मस्ती में रहिए और खुद में खो जाओ। उन्होंने कहा कि अर्जुन के पक्षी के आंख वाली कथा सुनते जानते हैं, लेकिन जीवन में नहीं उतारते। परीक्षा के दौरान ध्यान लक्ष्य पर होना चाहिए। लिखने की आदत नहीं होने-कम होने के कारण जानते हुए भी नहीं लिख सकते। लगातार लिखने के प्रयास से आपको अपने लिखने की स्पीड का अंदाजा होगा कि कितने समय में कितना लिख सकते हैं, तो सवाल कैसे छूटेगा, अभ्यास ही समाधान है।
हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे