ग्रामीणों का आरोप दंतेवाड़ा मुठभेड़ में मारा गया लच्छु, नक्सली नहीं किसान
रायपुर /दंतेवाड़ा, 21 मार्च (हि.स.)। मंगलवार को किरन्दुल थाना क्षेत्र के गमपुर में सुरक्षा बलों और नक्सलियों बीच हुई मुठभेड़ को लेकर ग्रामीणों ने सुरक्षा बलों पर गंभीर आरोप लगाएं हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सुरक्षा बल जिसे मुठभेड़ में मारने का दावा कर रही है, वह नक्सली नहीं, किसान था।पुलिस ने नक्सलियों के शव जंगल से बरामद किया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है।
दंतेवाड़ा के थाना प्रभारी विजय पटेल ने गुरुवार को बताया है कि ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस वालों ने घर में घुसकर पैसे लूटे हैं। इस मामले में लिखित आवेदन एसपी को दे रहे हैं। जिस पर कार्रवाई की जाएगी। हर एनकाउंटर के बाद ग्रामीण मुठभेड़ को फर्जी होने का आरोप लगाते हैं।
उल्लेखनीय है कि दंतेवाड़ा किरन्दुल थाना क्षेत्र के गमपुर में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मंगलवार को मुठभेड़ दो नक्सलियों को मार गिराने का दावा किया है। पुलिस के अनुसार मारे गए नक्सलियों में एक महिला नक्सली है, जिस पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था और दूसरा पुरुष नक्सली है जिस पर एक लाख रुपये का इनाम था। पुलिस का दावा है कि दोनों नक्सली कई बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल रह चुके हैं।
मुठभेड़ के बारे में पता लगने के बाद पुरुष नक्सली लच्छु की पत्नी, उसके परिजन और गांव वाले बुधवार को जिला अस्पताल परिसर पहुंचे और शव लेने से इंकार कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि लच्छु किसान है, जंगल महुआ बीनने निकला था। इस दौरान फोर्स ने गोली मारकर हत्या कर दी। ग्रामीणों ने सुरक्षाबलों पर गांव में जमकर उत्पात मचाने और घर में घुसकर लूटपाट करने का भी आरोप लगाया। लोगों ने बताया कि लगभग 45 हजार रुपये जवानों ने गांव से लूटे। लोगों ने पुलिस अधिकारियों से पैसा वापस करने की मांग की।
ग्रामीणों के साथ अस्पताल पहुंची समाज सेवी सोनी सोढ़ी ने बताया कि मृतक का एक भाई सोमड़ू डीआरजी में है। चचेरा भाई भी दंतेवाड़ा में ही फोर्स का सिपाही है। उसके दोनों भाई सुरक्षाबल में है, उनसे पूछे कि क्या उसका भाई नक्सली था।
हिन्दुस्थान समाचार /केशव शर्मा