जांजगीर: घर बैठे देख सकेगे मिसल रिकॉर्ड, पुराने राजस्व अभिलेखों का संरक्षीकरण
कोरबा/जांजगीर-चांपा, 22 जुलाई (हि.स.)। सरकारी दस्तावेज को बनवाना हो तो मिसल बंदोबस्त रिकार्ड बेहद जरूरी होता है, ऐसे में पुराने रिकार्ड को निकालना बहुत मुश्किल होता था, लेकिन अब आम नागरिकों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी। ग्राम के मिसल बंदोबस्त रिकार्ड एक क्लिक पर मोबाइल पर मिल जाएंगे। पोर्टल से लोग आसानी से अपने जमीनों का रिकार्ड मोबाइल पर ही देख और उसे डाउनलोड कर प्रिंट ले सकते हैं। विभागीय वेबसाइट के माध्यम से कोई भी आम नागरिक अपने ग्राम का मिसल रिकॉर्ड चेक कर सकता है।
केंद्र सरकार की योजना डिजिटल इंडिया भू-अभिलेख आधुनिकीकरण कार्यक्रम के तहत जिले के सभी तहसीलों के पुराने राजस्व अभिलेखों को संरक्षित करने का कार्य किया गया है। इसके तहत जिले के सभी ग्रामो के मिसल रिकॉर्ड, अधिकार अभिलेख, निस्तार पत्रक और मिसल नक्शों को स्कैन कर लेमिनेशन करने का कार्य किया गया है। जिससे सभी प्रकार के पुराने और बहुमूल्य अभिलेखों को संरक्षित रखा जा सके तथा उन्हें जीर्णशीर्ण होने से बचाया जा सके। उपरोक्त वर्णित सभी राजस्व अभिलेखों को स्कैन कर विभाग के वेबसाइट में अपलोड की गयी है। जिसमे प्रथम चरण में सभी ग्रामो के मिसल अभिलेखों को अपलोड किया गया है। सभी तहसीलों में डिजिटल इंडिया भू-अभिलेख आधुनिकीकरण कार्यक्रम के तहत मॉडर्न रिकॉर्ड रूम भी स्थापित किया गया है जहाँ तहसील स्तर के राजस्व अभिलेखों जैसे खसरा पांच साला, बी 1, नस्तीबद्ध राजस्व प्रकरणों इत्यादि को सुरक्षित रखने का कार्य किया गया है।
मॉडर्न रिकॉर्ड रूम के अंतर्गत कंप्यूटर, स्कैनर और इन्टरनेट कनेक्टिविटी की सुविधा के साथ-साथ सुरक्षा हेतु सीसीटीवी की निगरानी रखी गयी है। मॉडर्न रिकॉर्ड रूम में आग से सुरक्षा हेतु अग्निशामक यंत्र और अनधिकृत प्रवेश को रोकने हेतु बायोमेट्रिक डोर की भी स्थापना की गयी है। अब आम नागरिक न्यायालयीन कार्यों हेतु आवश्यक राजस्व अभिलेखों के नकल भी अपने पास स्थित तहसील के मॉडर्न रिकॉर्ड रूम से आसानी से प्राप्त कर सकते है। साथ ही राजस्व न्यायालयों में प्रस्तुत आवेदनों को भी ऑनलाइन करने की सुविधा तहसीलों में प्रदान की गयी है। उक्त पोर्टल में ग्राम वार रिकार्ड खोजने या नाम वार रिकार्ड खोजने का विकल्प प्रदान किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / हरीश तिवारी / केशव केदारनाथ शर्मा