बस्तर दशहरा पर्व का ऐतिहासिक रियासत कालीन मुरिया दरबार हुआ संपन्न

 




जगदलपुर, 26 अक्टूबर (हि.स.)। बस्तर दशहरा बस्तर के जन-जन के आस्था का सबसे महत्वपूर्ण पर्व है, सभी बस्तरवासियों के सहयोग से दशहरा पर्व अपनी संपन्नता की ओर अग्रसर हो गया है। बस्तर दशहरा पर्व के ऐतिहासिक रियासत कालीन मुरिया दरबार में गुरुवार को माई दंतेश्वरी पूजा-अर्चना के साथ इसका शुभारंभ किया। इस आयोजन में कलेक्टर विजय दयाराम सहित जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और माटी पुजारी कमलचन्द्र भंजदेव,बस्तर दशहरा समिति के उपाध्यक्ष मंगड़ू मांझी और बस्तर संभाग के विभिन्न क्षेत्रों से आये मांझी चालकी, मेम्बर-मेम्बरीन तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, ग्रामीण जन सम्मिलित हुए।

कलेक्टर विजय दयाराम ने सिरहासार भवन में आयोजित बस्तर दशहरा पर्व के मुरिया दरबार को सम्बोधित करते हुए कहा कि बस्तर दशहरा बस्तर के आस्था का सबसे महत्वपूर्ण पर्व है। उन्होंने ऐतिहासिक मुरिया दरबार में सम्मिलित होने पर खुशी व्यक्त करते हुए इसे एक अनोखी गतिविधि निरूपित किया।

बस्तर दशहरा के मुरिया दरबार में राजपरिवार के सदस्य कमलचन्द्र भंजदेव ने बस्तर दशहरा पर्व के ऐतिहासिक महत्व की जानकारी देते हुए इसे सामाजिक समरसता का अनुपम उदाहरण रेखांकित किया। उन्होंने बस्तर दशहरा पर्व में शामिल होने के लिए आने वाले मांझी-चालकी, पुजारी, गायता सहित ग्रामीणों के ठहरने के लिए बेहतर सुविधाओं की सुलभता हेतु सुझाव दिया।

बस्तर दशहरा समिति के उपाध्यक्ष मंगड़ू मांझी ने कहा कि विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व सभी के सहयोग तथा व्यापक सहभागिता से सफलतापूर्वक संपन्न हुई। आने वाले साल में इसे और भव्य और बेहतर तरीके से मनाएंगे। मुरिया दरबार में बलराम मांझी, अर्जुन मांझी सहित अन्य मांझी-चालकी एवं मेम्बर-मेम्बरीन ने अपनी बात रखी।

तहसीलदार एवं सचिव बस्तर दशहरा समिति यूके मानकर ने बस्तर दशहरा पर्व के सफल आयोजन सम्बन्धी प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सर्वे, नगर निगम आयुक्त हरेश मंडावी तथा अन्य अधिकारी-कर्मचारी और विभिन्न क्षेत्रों से आये मांझी-चालकी, मेम्बर-मेम्बरीन तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, ग्रामीणजन उपस्थित रहे। अंत में अपर कलेक्टर सीपी बघेल ने बस्तर दशहरा पर्व के सफल एवं व्यवस्थित आयोजन हेतु आभार व्यक्त किया।

हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे