बस्तर मड़ई में आयोजित विभागीय प्रदर्शनी में जनता ने दिखाया उत्साह, ले रही जानकारी
जगदलपुर, 13 अक्टूबर (हि.स.)। बस्तर मड़ई और क्षेत्रीय सरस मेले में विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में नागरिकों की गहरी रुचि देखी जा रही है। प्रदर्शनी में विभिन्न शासकीय योजनाओं की जानकारी नागरिकों को प्रदान की जा रही है, जिससे वे सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ उठाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। प्रदर्शनी में पुलिस, ग्रामीण विकास, कृषि, वन, महिला एवं बाल विकास, जल संसाधन, स्वास्थ्य विभाग, जनसंपर्क और हथकरधा जैसे प्रमुख विभागों ने अपने स्टॉल लगाए हैं। नागरिकों को इन स्टॉलों पर नियद नेल्लानार, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, आजीविका मिशन के साथ- साथ केंद्रीय और राज्य की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है।
मेले में आए स्थानीय कुम्हारपारा निवासी पंकज झा ने कहा, सरकारी योजनाओं के बारे में यहां जो जानकारी मिल रही है, उससे हमें यह समझने में मदद मिल रही है कि हम किस तरह से इन योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। प्रदर्शनी में शासकीय योजनाओं के लाभार्थियों ने भी अपने अनुभव साझा किए, जिससे अन्य नागरिकों को प्रेरणा मिली और वे योजनाओं से जुड़ने के प्रति उत्साहित नजर आए। मैदान में चल रहे षेत्रीय सरस मेला में जनता का जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। मेले में आए लोग बड़ी संख्या में विभिन्न स्टालों पर पहुंचकर स्व-सहायता समूहों और स्थानीय उद्यमियों द्वारा बनाए गए उत्पादों की सराहना कर रहे हैं।
मेले में प्रदर्शित वस्तुओं में हस्तशिल्प, कृषि आधारित उत्पाद, वनोपज, और स्थानीय पारंपरिक खाद्य सामग्री शामिल हैं। विशेष रूप से कोदो, कुटकी, रागी, बेलमेटल उत्पाद, आचार, पापड़, बड़ी, अगरबत्ती, और कपड़ा बुनाई के स्टॉल लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।
मेले में आई भावना ने कहा यह मेला हमारे स्थानीय कारीगरों और किसानों के उत्पादों को जानने और खरीदने का बेहतरीन अवसर प्रदान करता है। यहां के उत्पाद न केवल गुणवत्ता में श्रेष्ठ हैं बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर को भी दर्शाते हैं। उद्घाटन के बाद से ही मेले में लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है, और स्थानीय उत्पादों की बिक्री में भी इजाफा हो रहा है। मेले में आए प्रतिभागी और आगंतुक न केवल खरीदारी का आनंद ले रहे हैं, बल्कि वे लखपति महिला पहल के तहत सफल महिलाओं की कहानियों से भी प्रेरित हो रहे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे