आधार कार्ड में त्रुटि, 9908 छात्रों को अपार आईडी बनाने में हो रही परेशानी

 


धमतरी, 29 दिसंबर (हि.स.)। शिक्षा विभाग द्वारा जिले में पहली से 12 वीं तक के स्कूली छात्र - छात्राओं के अपार आईडी बनाने का काम जारी है। विभाग द्वारा जिले में कुल 151169 छात्रों के अपार आईडी बनाने का लक्ष्य 31 दिसंबर तक रखा गया है। जिसके तहत 29 दिसंबर तक 141261 छात्रों का अपार आईडी बनाया जा चुका है। वहीं 9908 छात्रों के आधार एवं जन्म प्रमाण पत्र एवं स्कूल दाखिला में त्रुटियों की वजह से आईडी बनाने में स्वजन और छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दो दिनों में इन छात्रों की अपार आईडी बनाना बड़ी चुनौती है।

जिले के स्कूली बच्चों का डाटा एक ही आईडी में स्टोर करने व बिना पढ़े - लिखे फर्जी दस्तावेज बनाने पर रोक लगाने के लिए अपार आईडी बनाने की प्रक्रिया चल रही है। यह आईडी स्कूली बच्चों की यूनिक आईडी है। इसके बनने से बच्चों को दस्तावेज लेकर घूमना नहीं पड़ेगा। छात्र से संबंधित सभी जानकारी अपार आईडी में उपलब्ध रहेगी। आईडी बनाने की जिम्मेदारी स्कूल के प्रधानपाठक, प्राचार्यों को दी गई है। बच्चों के आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र व स्कूल दाखिला में नाम एवं सरनेम में त्रुटि होने के कारण बच्चों का अपार आईडी नहीं बन पा रहा है। आधार कार्ड सुधरवाने के लिए पालकों को तहसील कार्यालय, शासकीय अस्पतालों, नगर निगम एवं लोक सेवा केंद्रों के चक्कर लगाना पड़ रहा है।

जानकारी के अनुसार अपार आईडी बच्चों के लिए एक डिजिटल लाकर जैसा है। जिसमें सभी दस्तावेज एक जगह स्टोर रहेगा। अपार आईडी से ड्राप आउट बच्चों को मुख्य धारा में लाने में मदद मिलेगी। आईडी बनने के बाद फर्जी डिग्री लेने वाले पकड़े जाएंगे। एडमिशन के समय ही बच्चों का वेरिफिकेशन हो जाएगा। छात्रवृत्ति पाने, क्रेडिट ट्रांसफर, इंटर्नशिप, सर्टिफिकेशन, नौकरी के लिए आवेदन आदि काम आसानी से हाेगा। सरकारी योजनाओं का लाभ सीधा बच्चों को मिल सकेगा। अपार आईडी बनाने के मामले में पूरे प्रदेश में धमतरी जिला सातवें नंबर पर है। यहां लक्ष्य का 93.45 प्रतिशत अपार आईडी बनाया जा चुका है। वहीं जिले के चारों ब्लाक में 90 प्रतिशत से अधिक छात्रों का अपार आईडी बनाया जा चुका है। जिसके तहत धमतरी में 91.93, कुरुद में 95.48, मगरलोड में 92.12 एवं नगरी में 94.16 प्रतिशत छात्रों का अपार आईडी बनाया जा चुका है। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी धमतरी अभय कुमार जायसवाल ने कहा कि जिले में 93.45 प्रतिशत अपार आईडी बन गया है। छात्रों के आधार में त्रुटि की होने की वजह से इसे सुधरवाने में समय लग रहा है। राज्य कार्यालय से आग्रह करेंगे कि पोर्टल चालू रखा जाए।

जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड में त्रुटि से बढ़ी परेशानी

आधार कार्ड में त्रुटि होने से अभिभावक और छात्र परेशान है। जन्म प्रमाण पत्र में अंग्रेजी के अक्षर में अलग स्पेलिंग है, वहीं आधार कार्ड में अलग है। इसके अलावा कई बच्चों के आधार में सरनेम नहीं है, जबकि स्कूल में दाखिला के दौरान सरनेम लिखा गया है। ऐसे में अपार आईडी बनने में परेशानी हो रही है। इसे सुधरवाने में 15 से 30 दिन का समय लग रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा