नक्सल प्रभावित ग्राम मेटानार में आजादी के 7 दशक बाद पंहुची बिजली
नारायणपुर, 29 जून (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले के ओरछा ब्लॉक अंतर्गत महाराष्ट्र सीमा से लगे सुदूर ग्राम मेटानार में आजादी के 7 दशक के इंतजार के बाद आखिरकार बिजली पहुंच गई है। नारायणपुर जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर स्थित इस गांव में कुल 20 घर हैं, जहां अब बिजली की चमक से पूरा गांव रोशन हो गया है।
ग्राम मेटानार लंबे समय से बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहा था। इस गांव में बिजली पहुंचाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, लेकिन स्थानीय प्रशासन और विद्युत विभाग की कड़ी मेहनत और समर्पण ने इसे संभव बना दिया है। ग्राम मेटानार के निवासियों ने इस ऐतिहासिक क्षण का स्वागत हर्षोल्लास के साथ किया।
ग्राम मेटानार के बुजुर्ग मानसाय ने आज शनिवार को बताया कि उन्होंने अपने जीवन में पहली बार गांव में बिजली की रोशनी देखी है। इससे पहले गांव के लोग रात में दीयों और लालटेन के सहारे ही अपना जीवन यापन करते थे। प्रशासन का कहना है कि इस सफलता से प्रेरित होकर अन्य दूरस्थ और नक्सल प्रभावित गांवों में भी बिजली पहुंचाने के प्रयास तेज किए जाएंगे। बिजली की इस उपलब्धि ने ग्राम मेटानार को एक नई ऊर्जा और उम्मीद से भर दिया है। इससे न केवल ग्रामीणों के जीवन स्तर में सुधार होगा, बल्कि बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और आर्थिक गतिविधियों में भी सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे / गेवेन्द्र