छग विस चुनाव: खाट व दीवान में लेटकर बुजुर्गाें ने किया घर बैठे मतदान

 




धमतरी,8 नवंबर (हि.स.)। निर्वाचन आयोग के नियमों में हुए बदलाव से बुजुर्ग मतदाता घर बैठे वोट कर पा रहे हैं। वहीं दिव्यांगों ने कहा कि मतदान के लिए सफर व कतार में घंटों इंतजार की घड़ी से अब उन्हें राहत मिली है। घर बैठे ही मतदान करने का मौका मिला, ऐसे में बुजुर्गाें व दिव्यांगों ने निर्वाचन आयोग का आभार माना।

आठ नवंबर को दिव्यांग एवं वयोवृद्ध मतदाताओं के घर जाकर डाक मतपत्र के जरिए मतदान दल के अधिकारी-कर्मचारियों ने मतदान कराया, जो उनके लिए एक नई बदलाव है।घर पहुंच मतदान के माध्यम से जिले के 87 वृद्धजन व दिव्यांग मतदाताओं ने घर पर ही मतदान किया। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा निर्वाचन 2023 के तहत कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ऋतुराज रघुवंशी के मार्गदर्शन में मतदान केंद्रों तक पहुंच पाने में असमर्थ दिव्यांग मतदाताओं सहित 80 वर्ष से अधिक आयु के वयोवृद्ध मतदाताओं के लिए डाक मतपत्र के माध्यम से घर पर ही मतदान करने की व्यवस्था की गई है।

जिले की पहली 80 वर्ष से अधिक उम्र की मतदाता बनी ग्राम पंचायत भटगांव निवासी जामवती बाई ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि पूर्व में वह अपने मताधिकार का प्रयोग करने स्वयं मतदान केन्द्र तक जाया करती थी, लेकिन बढ़ती उम्र के साथ अब शरीर भी जवाब देने लगा है। कहीं भी जाने के लिए किसी सहारे की जरूरत पड़ती है। ऐसे में मतदान केन्द्र तक जाना संभव नहीं है। जामवती बाई ने बताया कि जीवन के अंतिम पड़ाव में कभी सोचा नहीं था कि घर पर ही बैठकर ही मतदान करने का मौका मिलेगा। निर्वाचन आयोग की इस पहल को सराहनीय बताते हुए केशर बाई ने कहा कि अब बदलाव की बयार बहने लगी है, जिसका लाभ वृद्धजनों को मिल रहा है।वहीं जिले के पहले दिव्यांग मतादाता केशरबाई ने अपने अनुभव साझा करते हुए दिव्यांग होने के कारण मतदान करने में काफी कठिनाईयां का सामना करना पड़ता था। पहली कठिनाई तो मतदान केन्द्र तक जाने में होती थी, फिर लाईन लगाकर अपनी बारी का इंतजार करने की। इससे मन काफी हतोत्साहित होता था। लेकिन अब निर्वाचन आयोग की पहल से बड़ी ही आसानी से घर बैठे हमें वाटिंग के माध्यम से मैं भी लोकतंत्र के महापर्व में अपने मत का प्रयोग करने और सहभागी बनने का मौका मिला है। इसके लिए निर्वाचन आयोग का धन्यवाद किया।

हिन्दुस्थान समाचार/ रोशन सिन्हा