असीम दत्ता के बयान से साफ ईडी ने मुख्यमंत्री की छवि खराब करने रचा षड़यंत्र : कांग्रेस
रायपुर, 11 नवंबर (हि.स.)। राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने शनिवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि ईडी ने एक चालक को पकड़ा था। जिसके कथित बयान के आधार पर उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश पर महादेव एप्प से 508 करोड़ रुपये लेने का आरोप लगाते हुये एक प्रेस नोट जारी किया था। ईडी के प्रेस नोट का आधार चालक असीम दत्ता का कथित बयान था, जिसका दावा ईडी कर रही है। लेकिन उसी असीम दत्ता ने न्यायालय के समक्ष अपने अधिवक्ता के माध्यम से जो बयान दिया है ,उससे इस मामले में ईडी और षड़यंत्र पूरी तरह से खुल कर सामने आया है।
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ईडी का यह प्रेस नोट पूरी तरह से झूठ का पुलिंदा था तथा चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री की छवि खराब करने के लिये किया गया षड़यंत्र था। भाजपा की केंद्र सरकार के इशारों पर ईडी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश की छवि खराब करने के उद्देश्य से एक दुर्भावनापूर्वक प्रेस नोट जारी किया। इसमें ईडी ने सिर्फ एक आरोपित के फौरी बयान के आधार पर मुख्यमंत्री के खिलाफ बिना किसी प्रमाण के, बिना किसी जांच के पैसे लेने का प्रेसनोट हड़बड़ी में जारी कर दिया। ईडी के द्वारा जारी प्रेस नोट यह साबित करने के लिये पर्याप्त है कि यह भाजपा को एक चुनावी मुद्दा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री की छवि खराब करने के उद्देश्य से षड़यंत्रपूर्वक जारी किया है।
असीम दत्ता ने अदालत को दिये अपने आवेदन में कहा कि उसने जो कुछ किया वह शुभम सोनी के कहने पर किया। शुभम सोनी उसका बचपन का मित्र था, उसने मुझको धोखे में रखकर इसमें फंसाया है। असीम दत्ता ने कोर्ट को दिये बयान में यह माना कि उसने किसी राजनैतिक दल के लिये कोई काम नहीं किया है। उसका शुभम सोनी से बचपन का संबंध था। उसी ने उसे दुबई बुलाया तथा ,उसी ने मुझे मोहरा बना कर अंधेरे में रख कर फंसाया तथा दुबई बुलाना, फिर वापस भेजना, फिर एयरपोर्ट पर गाड़ी भेजना, उसके बाद गाड़ी में पैसों का बैग बिना मेरी जानकारी के रखवाना फिर गाड़ी को होटल से जब्त करवाना, उसके बाद ईडी के द्वारा खुद अंग्रेजी में बयान लिखना तथा मुझसे बिना मेरी सहमति के बयान पर दबावपूर्वक हस्ताक्षर करवाया गया। बयान में क्या लिखा मुझे नहीं पता। मैं किसी राजनैतिक पार्टी के लिये कभी भी पैसा छोड़ने नहीं गया। ईडी ने रिमांड के दौरान भी मुझसे कोई पूछताछ नहीं किया है। इन सारे षड़यंत्रों के खुलासे से यह साफ हो गया कि भाजपा छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में अपनी होने वाली पराजय के डर से मुख्यमंत्री की छवि खराब करने तथा कांग्रेस पार्टी के चुनाव अभियान की दिशा भटकाने ईडी का सहारा लिया। जिसमें प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार भी शामिल है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी भाजपा से मांग करती है कि मुख्यमंत्री भूपेश से माफी मांगे। साथ ही ईडी के अधिकारियों के ऊपर चुनाव को प्रभावित करने की नीयत से किये गये षड़यंत्र के लिये चुनाव आयोग कार्रवाई करे।
हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल