जांजगीर: जिला जेल खोखरा और उपजेल सक्ती का किया गया निरीक्षण
कोरबा/जांजगीर-चांपा 01 मार्च (हि.स.)। सर्वोच्च न्यायालय के मार्ग दर्शन के अनुक्रम में जेलों में निरूद्ध बच्चों के सत्यापन के लिए शुक्रवार को जिला जेल खोखरा एवं उप जेल सक्ती का निरीक्षण किया गया। जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने बताया कि सभी बैरकों में समस्त बंदियों से उम्र संबंधी जानकारी लिये गये। जहां एक बच्चे की उम्र विधि के उल्लंघन करने वाले किशोर के रूप में संदेहास्पद पाया गया। जिनका उम्र सत्यापन कराया जाएगा। कुछ बंदियों द्वारा अवगत कराया गया कि उनके निवास स्थान में बच्चों का पालन-पोषण एवं देखरेख करने हेतु कोई जिम्मेदार व्यक्ति नहीं है। वह स्वयं व उसकी पत्नी जेल में निरूद्ध है। ऐसे बंदियों के बच्चों की सूची तैयार की गई, जिसे बाल कल्याण समिति के माध्यम से संस्थागत संरक्षण प्रदान किया जावेगा।
जेल के कर्मचारियों को निरीक्षण समिति द्वारा अवगत कराया गया कि जेलों में प्रवेश देते समय बंदी 18 वर्ष से कम के प्रतीत होने की स्थिति में या उम्र के प्रति संदेहास्पद होने के स्थिति में समिति के सदस्यों को तत्काल सूचना दी जाए।ताकि समिति द्वारा उम्र सत्यापन के पश्चात किशोरों को संप्रेषण गृह में संरक्षण की प्रांरभिक कार्यवाही की जा सके।
निरीक्षण के दौरान जिला बाल संरक्षण अधिकारी गजेन्द्र सिंह जायसवाल, संरक्षण अधिकारी (गैर संस्थागत देखरेख) सुश्री पूजा तिवारी, विधिक सह परिविक्षा अधिकारी सम्मेसिंह कवंर, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती संतोषी वैष्णव, जेल अधीक्षक श्री भार्गव एवं जेलों के कर्मचारी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ हरीश तिवारी