डॉ. लोहिया की जयंती पर परिचर्चा का आयोजन, जुटे समाजवादी चिंतक-विचारक
भिलाई, 23 मार्च (हि.स.)। प्रखर चिंतक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और समाजवादी नेता डॉ. राम मनोहर लोहिया की 115वीं जयंती पर परिचर्चा का आयोजन शनिवार को लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मारक प्रतिष्ठान रूआबांधा एचएससीएल कॉलोनी में किया गया। भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मारक प्रतिष्ठान, चंद्रशेखर फाउंडेशन और समाजवादी जनता पार्टी (चंद्रशेखर) राष्ट्रीय के संयुक्त प्रावधान में आयोजित इस पर परिचर्चा का विषय ''लोहिया और वर्तमान समय की चुनौतियां'' रखा गया था। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्व विधायक प्रदीप चौबे थे और अध्यक्षता भिलाई स्टील प्लांट के श्रमिक संगठन एचएमएस के महामंत्री प्रमोद मिश्रा ने की।
शुरुआत में डॉ. राम मनोहर लोहिया के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ ही अमर क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के बलिदान का स्मरण भी किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व विधायक प्रदीप चौबे ने कहा कि आज भी देश में ऐसे लोग मौजूद हैं जो किसी भी तानाशाही और गैर लोकतांत्रिक कदम को अच्छी तरह समझ रहे हैं और इसे रोकने के लिए आगे आ रहे हैं। यह लोकतंत्र के भविष्य के लिए अच्छा संकेत है।
उन्होंने कहा कि स्व. राम मनोहर लोहिया ने जीते जी अपना जन्मदिन मनाने से अपने साथियों को हमेशा मना किया क्योंकि यह दिन भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव की शहादत का दिन है। देश में हम लोगों ने गांधी, लोहिया और जयप्रकाश के गुजरने के बाद उनके आदर्शों को याद करने उनकी जयंती पुण्यतिथि को हमने एक माध्यम बनाया है। उन्होंने कहा कि लोहिया जिंदगी भर महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलते रहे।
अध्यक्षता कर रहे एचएमएस के महामंत्री प्रमोद कुमार मिश्रा ने कहा कि मौजूदा दौर में विपक्ष को लगातार कमजोर किया जा रहा है, जिसका सीधा असर श्रमिक और श्रम कानून पर पड़ा है। आज उद्योगों और उद्योगपतियों के हित में श्रम कानून बनाए जा रहे हैं, जो लोकतंत्र को कमजोर करने वाला कदम है।
इस मौके पर समाजवादी जनता पार्टी (चंद्रशेखर) के प्रदेश महासचिव नंदकिशोर साहू, कपिल देव प्रसाद, जीवन नंदन राय, डीपी सिंह, शिवकुमार प्रसाद, त्रिलोक सिंह, त्रिलोक मिश्रा, सत्यनारायण गुप्ता, मिश्री राम रजक, त्रिभुवन मिश्रा और बीएम सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल