ऑपरेशन निश्चय को और प्रभावी बनाने डीजीपी ने ली पुलिस अधिकारियों की बैठक

 


रायपुर, 11 दिसंबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ में ड्रग्स के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन निश्चय को और प्रभावी बनाने के लिए गुरुवार दोपहर डीजीपी अरुणदेव गौतम ने पुलिस कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। कार्यक्रम से हटकर पहुंचे डीजीपी ने तुरंत रायपुर जिले के सभी सीएसपी-एएसपी की तात्कालिक बैठक बुलाई।उन्होंने पुलिस अधिकारियों से आपरेशन निश्चय की जानकारी ली और ड्रग्स तस्करी को लेकर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान डीजीपी ने सिस्टम, रिस्पॉन्स टाइम और मॉनिटरिंग की विस्तृत जानकारी ली। बैठक में रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेद सिंह और रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा भी मौजूद रहे । अचानक बुलाई गई इस मीटिंग को कानून-व्यवस्था को लेकर महत्वपूर्ण माना जा रहा है।रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा ने कहा, निश्चय अभियान तीन टर्म पर चलता है। इसमें ड्रग्स की सप्लाई रोकने, खपत को कम करने और कोर्ट तक मॉनिटरिंग शामिल है। ड्रग्स की सप्लाई रोकने में अच्छी सफलता मिली है। पाकिस्तान के रास्ते पंजाब से आने वाले कुल 10 माड्यूल ध्वस्त किए गए हैं। दिल्ली, मुंबई से आने वाले सिंथेटिक ड्रग्स की बड़ी खेप पर कार्रवाई हुई है। अब थानों से रिहैब की कार्रवाई होगी।

आईजी मिश्रा ने कहा, कोर्ट मॉनिटरिंग करना, फरार आरोपितों को पकड़ना, इस कार्य में 100 के आकड़े पहुंचने वाले हैं। नशामुक्ति को लेकर आई जी अमरेश मिश्रा ने कहा कि दाे से तीन लाख लोगों का रिहैब करना है, लेकिन कैपिसिटी कम है। पहले चरण में जिनका परिवार सपोर्ट कर रहा है उन्हें शामिल किया गया है। सबसे ज्यादा यही लोग वायलेंट है। जब सबसे बड़ा बदमाश मोहल्ले में नशा छोड़ने की बात करेगा तब नशामुक्ति अभियान प्रभावी होगा।

ड्रग्स की सप्लाई चैन और ऑपरेशन निश्चय की मजबूत स्ट्रेटेजी को लेकर आईजी ने कहा, ड्रग ट्रेड का उनकी फीचर है, एक जेल जाएगा तो दूसरा काम करेगा। कुल खेल मार्जिन का है। पंजाबी में 800 में डिलीवरी है, वहीं सामान रायपुर में छह हजार में डिलीवरी है। स्ट्रेटेजी मजबूत करने माड्यूल पर फाइनेंशियल एनालिसिस कर रहे हैं। फोरेंसिंक एनालिसिस करने वाले हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा