बेमेतरा : उप मुख्यमंत्री शर्मा और खाद्य मंत्री लोलेसरा में संत कबीर समागम मेले में हुए शामिल

 




बेमेतरा/रायपुर, 14 जनवरी (हि.स.)। उप मुख्य मंत्री विजय शर्मा एवं खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री दयाल दास बघेल बेमेतरा ज़िले के ग्राम लोलेसरा में चल रहे चार दिवसीय पंथ हुज़ूर उग्रनाम साहेब स्मृति में कबीर पंथ के संत समागम मेला में रविवार को शामिल हुए। दोनों मंत्रियों ने साहेब बंदगी की जयघोष के साथ कबीर पंथ गुरु प्रकाश साहेब नाम से आशीर्वाद प्राप्त किया और भव्य आयोजन के लिए पूरे आयोजन समिति और कबीर पंथ अनुयायियों को बधाई और शुभकामना दी। इस अवसर पर विधायक बेमेतरा दीपेश साहू और साजा विधायक ईश्वर साहू, कलेक्टर रणबीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

उपमुख्य मंत्री विजय शर्मा ने कबीर पंथियों को संबोधित करते हुए कहा कि कबीर के दिखाए रास्ते में हम सबको चलने का प्रयास करना चाहिए। प्रदेश में प्रेम एवं सद्भाव का वातावरण सदैव से रहा है। इस समागम मेले की ख्याति दूर-दूर तक है। जहां से बड़ी संख्या में कबीर साहब को मानने वाले अनुयायी हर साल आते हैं मेले में छत्तीसगढ़ सहित अन्य प्रदेशों के कबीर के अनुयायी बड़ी संख्या में पहुंचे हुए हैं। दामाखेड़ा में सालो साल मेला प्रारंभ होते ही हम पहुंच जाते थे।

केबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल ने कहा कि बहुत बड़ी सौभाग्य की बात है कि ग्राम लोलेसरा में भव्य मेला का आयोजन हो रहा है और जिसमें हमारे गुरुदेव जी का हम सब आशीर्वाद ले रहे हैं और दर्शन का लाभ ले रहे हैं। यह हम सब के लिए बहुत बड़ी सौभाग्य और खुशी की बात है। संत संमागम मेला का यह 10वां साल है। यह मेला पंथ श्री हुजुर उग्रनाम साहेब के स्मृति में प्रारंभ हुआ था। इस मेला का शुभारंभ प्रकाशमुनि साहेब के नेतृत्व में हुआ। उन्ही की स्मृति में हम प्रत्येक वर्ष संत समागम मेले का आयोजन करते हैं, इस मेले में लगभग तीन लाख श्रद्धालु सम्मिलित हुए हैं। उन्होंने मेला समिति की टीम / सदस्यों के सेवाभाव के लिए बधाई एवं शुभाकामनाएं दी, साथ ही जिला प्रशासन की टीम को भी सहयोग के लिए बधाई दी।

कबीरपंथ के पदाधिकारियों द्वारा अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए। मालूम हो कि बेमेतरा के ग्राम लोलेसरा में चल रहे चार दिवसीय पंथ श्री हुज़ूर उग्रनाम साहेब स्मृति में कबीर पंथ के संत समागम मेला 12 जनवरी से शुरू हुआ, 15 जनवरी (सोमवार) को चार दिवसीय मेले का अंतिम दिन है। मेला स्थल पर सुरक्षा, स्वास्थ्य विभाग की जरुरी दवाइयां, पूछताछ और सहायता केंद्र के लिए अलग से पंडाल लगाए गए हैं। संत कबीर से संबंधित साहित्य के अलावा आधायत्मिक किताबों के भी स्टाल लगे हैं। कार्यक्रम में अन्य समाज के लोग भी सेवा दे रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल