संशोधित: बस्तर में सीआरपीएफ की 40 नई कंपनियाों के तैनाती के बाद होगी निर्णायक कार्रवाई

 




जगदलपुर, 25 जनवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ को छोड़कर देश के बाकी हिस्सों में नक्सलियों पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है, वह भी छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के कुछ अंदरूनी इलाकों में इसका ज्यादा असर दिखता है। छत्तीसगढ़ में सरकार बदलने के साथ ही नक्सलियों के खिलाफ बस्तर संभाग के अंदरूनी क्षेत्रों में नक्सल उन्मूलन अभियान तेज कर दिया गया है।

नक्सलियों से निर्णायक लड़ाई लड़ने के लिए केंद्र सरकार सीआरपीएफ की 40 नई कंपनियों को बस्तर में तैनात करने जा रही है। वहीं इस वर्ष 2024 में नक्सल प्रभावित इलाकों में करीब 45 नए सुरक्षा कैंप खोलने का भी लक्ष्य रखा गया है। उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा के द्वारा लगातार नक्सलियों को वार्ता करने, मुख्य धारा में लौटने का आह्वान कर रहे हैं, साथ ही बड़ी कार्रवाई का संकेत दे रहे हैं। उप मुख्यमंत्री व गृहमंत्री के बयान से यह माना जा रहा है कि सीआरपीएफ के 40 कंपनी की तैनाती के बाद नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ को छोड़कर देश के बाकी हिस्सों में नक्सली घटनाओं पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। झारखंड में वर्ष 2023 में ही सुरक्षा बलों ने हर उस इलाके तक अपनी पहुंच बना ली थी, जिन्हें नक्सलियों का गढ़ माना जाता था। कई इलाकों से नक्सलियों को खदेड़कर सुरक्षाबलों ने अपने स्थायी कैंप स्थापित कर लिए थे। इस बार राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार का छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने पर है। यही वजह है कि 40 नई कंपनियों को बस्तर के नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात किया जा रहा है।

बस्तर आईजी सुंदरराज पी. का कहना है कि सीआरपीएफ की 40 नई कंपनियों के जवानों की तैनाती कब तक होगी, इसकी सूचना नहीं मिली है। सीआरपीएफ की नई कंपनी के तैनाती से अब नक्सल प्रभावित जितने भी बचे हुए ठिकाने हैं वहां योजना के साथ नए कैंप स्थापित किया जायेगा, ताकि जवानों के वहां पहुंचने के साथ ही उन गांव का विकास हो सके।

हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे