दंतेवाड़ा जिले में 512 कैमरों के साथ किया गया नियंत्रण कक्ष की स्थापना

 


दंतेवाड़ा, 20 दिसंबर (हि.स.)। नक्सलियों के सप्लाई नेटवर्क को पूर्ण रूप से तोड़ने एवं स्माल एक्शन टीम और आपराधिक गतिविधियों पर कड़ी निगरानी के साथ-साथ शहरी क्षेत्र में अपराध नियंत्रण, अन्वेषण एवं सुरक्षा, सर्विलांस को लेकर नियंत्रण कक्ष की स्थापना किया गया है।

जिला पुलिस के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि जिले के विशेष स्थानों का आंकलन एवं चयन कर आधुनिक पुलिसिंग एवं स्मार्ट पुलिसिंग के तर्ज पर सार्वजनिक स्थल एवं संदिग्ध व्यक्तियों के निगरानी हेतु आने-जाने वाले मार्गों में आधुनिक सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। इसके अतिरिक्त हिरोली, पोटाली, बोदली, कमारगुड़ा व अन्य अन्दरूनी सुरक्षा बलों के कैम्पों एवं रेलवे स्टेशन में सुरक्षा के दृष्टिकोण से दो चरणों में जिला पुलिस के द्वारा प्रमुख स्थानों का चयन कर कुल 512 कैमरों के साथ नियंत्रण कक्ष की स्थापना संबंधित थाना में किया गया है।

यह कैमरे आने जाने वाले वाहनों के नंबर प्लेट को कैप्चर करने में सक्षम है, जो पुलिस को आगे की विवेचना कार्यों में विशेष तौर पर सहायता करेंगे। इन कैमरों को दन्तेवाड़ा शहर के साथ-साथ गीदम, बचेली, किरन्दुल, कुआकेाण्डा, बारसूर, कटेकल्याण, अरनपुर एवं अन्य थाना क्षेत्र में लगाये गये हैं। लगाये कैमरे में 60 मीटर तक वीडियो बनाने में सक्षम है। कैमरों के लगने से पुलिस निरंतर नक्सल गतिविधियों के साथ-साथ आने जाने वाले राहगीरों व सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं पर भी सतत निगरानी कर सकेगी।

उल्लेखनीय है कि दंतेवाड़ा जिला एक नक्सल प्रभावित जिला है।जहां पर आये दिन नक्सलियों के द्वारा किसी न किसी रूप में आम जनता पर भय बनाने, रेलवे पटरी उखाड़ने, सड़क निर्माण में लगे वाहनों पर आगजनी करने व विकास कार्य में बाधा डालने जैसे कार्य करते हैं और भाग जाते हैं। अब इस पर अंकुश लगाने के लिये तीसरी आंख का सहारा पुलिस द्वारा लिया जा रहा है, ताकि कम समय में पुलिस के द्वारा एक्शन लिया जा सके और आरोपितों की पहचान करने में भी मदद मिल सके। नक्सल गतिविधियों को रोकने इस प्रकार के उच्च गुणवत्ता वाले कैमरे अत्यंत ही कारगर सिद्ध होंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे