लोहारीडीह गांव में हुई हिंसक घटना के बाद कर्फ्यू जैसे हालात, पूरा गांव छावनी में बदला
कवर्धा/रायपुर, 16 सितंबर (हि.स.)। कबीरधाम जिले के लोहारीडीह गांव में हुई हिंसक घटना के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसरा है। वहीं गणेश पंडाल में कोई भी व्यक्ति सोमवार सुबह पूजन आरती के लिए नहीं पहुंचा। पुलिसकर्मियों ने ही पूजन आरती की। वहीं पुलिस ने पूरे गांव को छावनी में बदल दिया है।
उल्लेखनीय है कि एक युवक की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने संदेही रघुनाथ साहू के चार परिजनों को बंधक बनाकर रविवार को उनके घरों में आग लगा दी थी, जिसमें रघुनाथ साहू जिंदा जल गया। घटना के 24 घंटे बाद गांव में चारों तरफ सिर्फ सन्नाटा पसरा है। गांव में सिर्फ बुजुर्ग और बच्चे ही नजर आ रहे हैं। पुलिस ने 80 से अधिक ग्रामीण महिला/पुरुष को गिरफ्तार कर लिया है। अधिंकाश गांव के लोग रविवार से फरार हो गये हैं, गांव सिर्फ पुलिस ही नजर आ रही है।
रविवार को गांव के लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान पहुंची पुलिस पर ग्रामीणों ने पथराव भी किये, जिसमें एसपी अभिषेक पल्लव को चोट आयी थी। बड़ी संख्या मे पुलिस बल गांव में तैनात है। हमलावरों ने पथराव किया, जिससे कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हो गये। एसपी ने बताया कि गांव के 40 लोगों को हिरासत में लिया गया है। प्राथमिक जांच से पता चला है कि रघुनाथ साहू पर इस संदेह के आधार पर हमला किया गया कि उसने अन्य ग्रामीण कचरू साहू की हत्या कर दी है। कचरू का शव मध्यप्रदेश में बालाघाट जिले के बिजाटोला गांव के पास एक पेड़ पर फंदे से लटका मिला था।
जानकारी के मुताबिक कचरू साहू अपने घर वालों को यह बताकर शनिवार को किसी अज्ञात वजह से बिजाटोला गया था कि वह रात में लौट आयेगा। ‘रविवार सुबह उसकी मौत की सूचना मिलने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है।’’ उन्होंने बताया कि बाद में पुलिसकर्मी लोहारिडीह गये और कचरू साहू के परिवार को इस घटना के बारे में जानकारी देकर लौट आये।
एसपी ने बताया कि रविवार‘‘करीब 11:30 बजे पुलिस को सूचना मिली कि उसी गांव के बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने रघुनाथ साहू नामक ग्रामीण और उसके परिवार के सदस्यों पर हमला कर दिया है तथा उनके घर में आग लगा दी है।’’ उन्होंने कहा कि इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रतिरोध और पथराव के बीच पुलिसकर्मियों ने साहू परिवार के तीन सदस्यों को बचाने में कामयाबी हासिल की, जबकि रघुनाथ साहू का पता नहीं चला। उन्होंने बताया कि बचाए गए लोगों में रघुनाथ साहू की पत्नी और परिवार के एक अन्य सदस्य को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाद में घर से एक जला हुआ शव बरामद किया गया जो प्रथम दृष्टया रघुनाथ साहू का लग रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / चन्द्र नारायण शुक्ल