बस्तर संभाग की सभी 20 सीटों पर जीतेगी कांग्रेस : दीपक बैज

 


रायपुर, 5 नवंबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ में पहले चरण के चुनाव प्रचार की समाप्ति के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि पहले चरण और दूसरे चरण दोनों चरणों में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलेगा। पहले चरण में बस्तर की 12 सीटों के साथ सभी 20 सीटों पर कांग्रेस पार्टी चुनाव जीतेगी। बस्तर का आदिवासी भाजपा के 15 साल के कुशासन को भुला नहीं है जब आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों को बंधक बनाकर रखा गया था। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद आदिवासी समाज के सर्वागीण विकास की योजनायें बनाई गयी, तेंदूपत्ता संग्राहकों की प्रतिमानक बोरा 2500 से बढ़ाकर 4000 किया गया जो फिर से कांग्रेस की सरकार बनने के बाद 6000 रुपये होगा। साथ ही अब वनोपजों की कीमतों में 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की गयी है।

दीपक बैज ने कहा कि भाजपा कभी नहीं चाहती कि आदिवासी वर्ग आर्थिक और शैक्षणिक रूप से आत्मनिर्भर बने। भाजपा आदिवासियों का और उनकी संस्कृति का हमेशा से दमन करना चाहती है। भाजपा यदि आदिवासियों का हित चाहती तो अभी तक आदिवासी समाज का आरक्षण बिल 10 माह से ज्यादा समय से राजभवन में अटका हुआ नहीं होता। कोर्ट ने आदिवासी समाज का आरक्षण 32 प्रतिशत से घटाकर 20 कर दिया था। कांग्रेस सरकार ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर आदिवासी समाज का आरक्षण फिर से 32 प्रतिशत किया, ओबीसी का आरक्षण 27 प्रतिशत, एससी का 13 प्रतिशत तथा ईडब्ल्यूएस का 4 प्रतिशत आरक्षण किया। यह आरक्षण संशोधन विधेयक भाजपा की साजिश एवं षड़यंत्र के कारण पिछले 10 माह से राजभवन में रोका गया है।

दीपक बैज ने कहा कि पूर्व के रमन सरकार के 15 साल के दौरान सबसे ज्यादा पीड़ित, प्रताड़ित और शोषित आदिवासी वर्ग ही था। आदिवासियों के जल, जंगल, जमीन पर कब्जा करने के लिए उनके कानूनी अधिकारों का हनन करने का काम भाजपा सरकार करती रही। 15 सालों में रमन सरकार ने आदिवासियों की 90000 एकड़ से अधिक जमीन पूंजीपतियों को सौंप दी। आदिवासी वर्ग के शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, उनके मूलभूत जरूरतों को पूरा करने के लिए किसी प्रकार से काम नहीं किया गया था। भाजपा ने 2003 में आदिवासियों को 10 लीटर दूध वाली गाय देने का वायदा किया था, हर आदिवासी परिवार से एक को सरकारी नौकरी का वायदा किया था, पूरा नहीं किया।

दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने आदिवासी वर्ग के चहुमुखी विकास के लिए रोजगार मूलक योजनाएं बनाई। रमन सरकार के समय बस्तर के हजारों स्कूलों को बंद किया गया था। कांग्रेस की भूपेश सरकार ने बस्तर क्षेत्र में आदिवासी के वर्ग शिक्षा के लिए 354 से अधिक बंद स्कूलों को खोला गया। नक्सलवाद को खत्म करने के लिए विश्वास, विकास और सुरक्षा के नीतियों के तहत काम किया गया, जिसका नतीजा है कि नक्सली घटनाओं में 80 प्रतिशत कमी आई है।

हिन्दुस्थान समाचार / चंद्रनारायण शुक्ल / गेवेन्द्र